लोकतंत्र के मायने नहीं जानते नवाज, ISI की मदद से जीता चुनाव: इमरान खान
इमरान खान ने आरोप लगाया है कि नवाज ने ISI की मदद से चुनाव जीता था। वह लोकतंत्र केे मायने भी नहीं जानते हैं। अपनी इस्लामाबाद रैली में अड़ंगा लगाने के लिए उन्होंंने पीएम को जमकर कोसा।
इस्लामाबाद (जेएनएन)। पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी की कल इस्लामाबाद में एक विशाल रैली होनी है। इस रैली के लिए जहां पार्टी प्रमुख इमरान खान ने जनता से अधिक से अधिक संख्या में इस्लामाबाद पहुंचने की अपील की है, वहीं सरकार ने इस रैली को रोकने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिया है। लोगों को इस्लामाबाद आने से रोकने के लिए उनपर आंसू गैस के गोले छोड़ रहा है। कई जगहों पर सड़कों को बाधित करने के लिए कंटेनर तक खड़े कर दिए गए हैं। इस रैली को विफल करने के मकसद से सरकार ने हजारों की तादाद में पुलिस बल सड़कों पर उतारा हुआ है। उन्होंने आरेाप लगाया कि नवाज ने आईएसआई के पैसे और उनकी मदद से चुनाव जीता है। वह लोकतंत्र केे मायने भी नहीं जानते हैं।
सरकार की इस कार्रवाई से खफा इमरान ने सीधेतौर पर इसके लिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ घेरते हुए आरोप लगाया है कि सरकार उनकी रैली को रोकने के जरिए सच को दबाने की कोशिश कर रही है। सरकार की कार्रवाई से बौखलाए इमरान ने कहा कि नवाज अपनी इस तरह की कार्रवाई से न्यायपालिका को भी दबाना चाहते हैं ताकि उनके खिलाफ होने वाली पनामागेट कांड की सुनवाई को बाधित किया जा सके।
पाक के अंग्रेजी अखबार के मुताबिक उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार उनकी रैली के लिए आ रही महिलाओं को गिरफ्तार कर रही है। उनके ऊपर जुल्म कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने और उनकेे पार्टी कार्यकर्ताओं ने ऐसा क्या अपराध किया है कि सरकार उनके खिलाफ इस तरह की बर्बर कार्रवाई करने पर उतारु है।
गौरतलब है कि आज ही पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस अनवर जमील जमाली के नेतृत्व में बनी पांच जजों वाली बेंच पनामाकांड मामले की सुनवाई करने वाली है। इस मामले में एक वकील तारिक असद के अलावा जमात ए इस्लामी, पीटीआई, आवामी मुस्लिम लीग ने सुप्रीम कोर्ट से मामले की जांच के लिए एक कमिशन बनाने की अपील की है। आरोप है कि इसके तहत नवाज ने अपना काला धन विदेशों में मौजूद परिसंपत्तियों को खरीदने में लगाया है।