इलाज के लिए अमेरिका जाना चाहते हैं मुशर्रफ
देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ की स्वास्थ्य रिपोर्ट शुक्रवार को सीलबंद लिफाफे में विशेष अदालत के सामने पेश कर दी गई। दरअसल, मुशर्रफ के वकील ने अपने मुवक्किल को इलाज के लिए अमेरिका भेजने की इजाजत मांगी थी।
इस्लामबाद। देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ की स्वास्थ्य रिपोर्ट शुक्रवार को सीलबंद लिफाफे में विशेष अदालत के सामने पेश कर दी गई। दरअसल, मुशर्रफ के वकील ने अपने मुवक्किल को इलाज के लिए अमेरिका भेजने की इजाजत मांगी थी। जिसकी बाद विशेष अदालत ने उनके स्वास्थ्य की जांच के लिए गत 16 जनवरी को आर्म्ड फोर्सेज इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी [एएफआइसी] के वरिष्ठ डॉक्टरों का एक मेडिकल बोर्ड गठित करने का आदेश दिया था। बोर्ड को 24 जनवरी तक रिपोर्ट पेश करनी थी।
अदालत ने बोर्ड से अपनी रिपोर्ट में कुछ सवालों के जवाब देने को कहा था। पहला, मुशर्रफ को सर्जरी की जरूरत है या नहीं। दूसरा, उन्हें पूरी तरह स्वस्थ होने में कितना समय लगेगा। इससे पहले मुशर्रफ के विधिक दल ने उनके निजी अमेरिकी डॉक्टर अर्जुमांद हाशमी द्वारा लिखा पत्र पेश किया, जिसमें कहा गया कि मुशर्रफ को इलाज के लिए टेक्सास में पेरिस रीजनल मेडिकल सेंटर भेजना चाहिए। डॉ. हाशमी 2006 से मुशर्रफ का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने पत्र में लिखा था कि पूर्व राष्ट्रपति की मेडिकल रिपोर्ट बताती है कि उन्हें हृदय की धमनियों की बीमारी है, जिसकी वजह से उन्हें हार्ट अटैक पड़ सकता है। अगर उनका उपचार नहीं किया गया तो उनका हृदय काम करना बंद कर सकता है।
मुशर्रफ की सेहत 18 साल के युवक जैसी
गौरतलब है कि 2007 में आपातकाल लगाने और सुप्रीम कोर्ट के जजों को हिरासत में लेने के लिए मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाया जा रहा है। गत दो जनवरी को सुनवाई के लिए अदालत जाने के दौरान सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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