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जानलेवा हमले में बाल बाल बचे मुशर्रफ

इस्लामाबाद। देशद्रोह मामले का सामना कर रहे पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ उस समय बाल बाल बच गए जब उन्हें एक शक्तिशाली बम धमाके में मारने का प्रयास किया गया। यह विस्फोट शहर के बाहरी इलाके में स्थित उनके फार्महाउस के समीप हुआ जहां से थोड़ी देर पहले उनका काफिला गुजरा था।

By Edited By: Published: Thu, 03 Apr 2014 11:41 AM (IST)Updated: Thu, 03 Apr 2014 05:36 PM (IST)
जानलेवा हमले में बाल बाल बचे मुशर्रफ

इस्लामाबाद। देशद्रोह मामले का सामना कर रहे पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ उस समय बाल बाल बच गए जब उन्हें एक शक्तिशाली बम धमाके में मारने का प्रयास किया गया। यह विस्फोट शहर के बाहरी इलाके में स्थित उनके फार्महाउस के समीप हुआ जहां से थोड़ी देर पहले उनका काफिला गुजरा था।

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इस्लामाबाद के वीवीआइपी मार्ग फैजाबाद और रावल डैम चौक के बीच बम विस्फोट को अंजाम दिया गया। धमाका इस मार्ग से गुरुवार तड़के करीब तीन बजे 70 वर्षीय मुशर्रफ के काफिले के गुजरने के 20-25 मिनट बाद हुआ। उस समय उन्हें रावलपिंडी स्थित आ‌र्म्ड फोर्सेज इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी से उनके फार्महाउस लाया जा रहा था। यहां वह तीन महीने तक भर्ती रहे। मुशर्रफ की पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग की प्रवक्ता आशिया इशाक ने कहा कि फार्महाउस पर उनके पहुंचने के थोड़ी बाद ही विस्फोट हुआ। खुदा का शुक्र है कि वह सलामत हैं। अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट काफी तगड़ा था। उससे घटनास्थल पर एक फीट गहरा गड्ढा हो गया है। मीडिया रिपोर्टो में पुलिस ने दावा किया कि मुशर्रफ को निशाना बनाकर हमला किया गया था। विस्फोट स्थल से मुशर्रफ के चक शहजाद फार्महाउस की दूरी तीन किमी है। खबरों के अनुसार, बम को फुटपाथ के पास एक जलनिकासी पाइप में लगाया गया था।

गौरतलब है कि मुशर्रफ को आतंकी समूहों से खतरे के मद्देनजर भारी सुरक्षा प्रदान की गई। उनके आने जाने के मार्ग की पहले जांच की जाती है। सोमवार को विशेष अदालत ने उनके खिलाफ देशद्रोह मामले में आरोप तय किए हैं। उन पर नवंबर, 2007 में देश में आपातकाल लगाने और सुप्रीम कोर्ट के जजों को हिरासत में रखने के आरोप हैं।

पहले भी जानलेवा हमले

जब मुशर्रफ सत्ता में थे तो उन्हें कई बार मारने के प्रयास हुए थे। वर्ष 2004 में उनके काफिले पर आत्मघाती हमलावर ने हमला किया था। जबकि 2003 के दिसंबर में दो बार उनको मारने के प्रयास हुए थे। गत वर्ष अप्रैल में मुशर्रफ को नजरबंद किए जाने के बाद से उनके मार्ग में तीन बार विस्फोटक मिले चुके हैं। गत अप्रैल और 30 दिसंबर को उनके फार्म हाउस के समीप विस्फोटक मिले थे।

सुप्रीम कोर्ट गए पूर्व सैन्य शासक

परवेज मुशर्रफ के विदेश जाने पर लगी रोक को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को याचिका दाखिल की गई है। इसमें पाकिस्तान के एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) से उनका नाम हटाने की मांग की गई है। यह याचिका मुशर्रफ की तरफ से उनके वकील शाह खावर ने दाखिल की है। इसमें पूर्व राष्ट्रपति को अपनी बीमार मां को देखने जाने की मांग का भी जिक्र किया गया है।

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