Move to Jagran APP

मून ने किया भारत-चीन में बढ़ती भागीदारी का स्वागत

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने संयुक्त राष्ट्र के निकट सहयोगियों चीन और भारत की बढ़ती भागीदारी का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में ये दोनो देश गतिशीलता एवं प्रभाव के केंद्र के रूप में उभरे हैं।

By Murari sharanEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2015 04:18 PM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2015 04:27 PM (IST)
मून ने किया भारत-चीन में बढ़ती भागीदारी का स्वागत

संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने संयुक्त राष्ट्र के निकट सहयोगियों चीन और भारत की बढ़ती भागीदारी का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में ये दोनो देश गतिशीलता एवं प्रभाव के केंद्र के रूप में उभरे हैं।

loksabha election banner

स्टैनफोर्ड विश्र्वविद्यालय में अपने संबोधन में बान ने कहा कि इन दोनों के एशिया-प्रशांत क्षेत्र की गतिशीलता एवं प्रभाव के केंद्र के रूप में उभरने से विकास व आर्थिक शक्ति के नेतृत्व भी बदल रहे हैं। वह संयुक्त राष्ट्र की प्राथमिकता वाले कई क्षेत्रों में संगठन के निकट सहयोगियों एवं अहम सदस्य देशों चीन एवं भारत की बढ़ती वैश्विक महत्ता और भागीदारी का स्वागत करते हैं। बान संयुक्त राष्ट्र चार्टर मंजूर किए जाने के सत्तर वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह के लिए शुक्रवार को सन फ्रांसिस्को में थे।

उन्होंने कहा कि आसियान समुदाय को स्थापित करने के प्रयासों के लिए 2015 महत्वपूर्ण वर्ष है। वह पूंजी के अलावा सामान, सेवाओं, निवेश, दक्ष श्रमिकों की मुक्त आवाजाही के साथ क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण का भविष्य देख रहे हैं। बान ने कहा कि एशिया उन चुनौतियों का भी सामना कर रहा है, जो सभी के लिए समृद्धि, स्थिरता और सम्मान के वैश्रि्वक लक्ष्यों के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.