मोदी ने कैमरन से की टायर-2 वीजा नियम में बदलाव पर चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ बैठक में टायर-2 वीजा नियमों में बदलाव के मुद्दे पर चर्चा की है।
वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ बैठक में टायर-2 वीजा नियमों में बदलाव के मुद्दे पर चर्चा की है। मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि भारत के कुशल आइटी पेशेवरों को ब्रिटेन में आकर कार्य करने में मुश्किल नहीं आनी चाहिए। इस बदलाव से सलाना 35 हजार पाउंड से कम आय वाले पेशेवर प्रभावित होंगे।
चौथे परमाणु सुरक्षा सम्मेलन से अलग शुक्रवार को यह द्विपक्षीय बैठक हुई थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि इस संदर्भ में माइग्रेशन एडवाइजरी कमेटी की सिफारिशें नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। नए नियम के मुताबिक, टायर-2 वीजा पर ब्रिटेन में रहकर काम कर रहे ऐसे पेशेवरों को पांच साल बाद प्रत्यर्पित किया जा सकता है, जिनकी सालाना आय 35 हजार पाउंड से कम है।
इससे पूर्व, करीब 21 हजार पाउंड की सालाना आय वाले टायर-2 वीजाधारक ब्रिटेन में अनिश्चितकाल के लिए रहने का आवेदन कर सकते थे। नया नियम छह अप्रैल से प्रभावी हो जाएगा और इससे हजारों कुशल भारतीय पेशेवरों के प्रभावित होने की संभावना है।
स्वरूप के मुताबिक, कैमरन ने वादा किया है कि वह इस मामले को देखेंगे। वह नहीं चाहते कि वास्तविक आइटी कंपनियों को नुकसान हो, लेकिन वह यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ब्रिटिश व्यवस्था का दुरुपयोग न हो।
बता दें कि सालों से इस तरह के ब्रिटिश वीजा पाने वालों में भारतीय पेशेवरों की संख्या सबसे ज्यादा है। ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के मुताबिक, 2014-15 में 55,589 टायर-2 प्रायोजित वीजा आवेदनों को मंजूरी दी गई थी, इनमें 78 प्रतिशत (31,058) भारतीय थे। अनुमान के मुताबिक, नए नियम से 30 से 40 हजार पेशेवर प्रभावित हो सकते हैं।
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