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नेपाल के शीर्ष नेताओं से मिले विदेश सचिव, मधेशियों ने जयशंकर को सुनाया दुखड़ा

मधेशी नेताओं ने बताया कि सरकार के साथ बातचीत में कोई प्रगति नहीं हुई है।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Tue, 15 Mar 2016 07:59 PM (IST)Updated: Tue, 15 Mar 2016 08:25 PM (IST)
नेपाल के शीर्ष नेताओं से मिले विदेश सचिव, मधेशियों ने जयशंकर को सुनाया दुखड़ा

जयशंकर काठमांडू : नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने देश की आंतरिक समस्या का जल्द राजनीतिक समाधान खोजने का भरोसा दिलाया है। भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर से मंगलवार को हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि इस संबंध आंदोलनकारी मधेशी दलों के साथ बातचीत सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ रही है। जयशंकर ने इस दौरान नेपाल में राजनीतिक स्थिरता पर जोर देते हुए कहा कि यहां की घटनाओं का भारत पर सीधा प्रभाव पड़ता है।

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उन्होंने कहा कि भारत विकसित और स्थिर नेपाल चाहता है। इसके लिए राजनीतिक समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान जरूरी है। ओली के विदेश मामले के सलाहकार गोपाल खनाल ने बताया कि बातचीत के दौरान जयशंकर ने इस दिशा में भारत की ओर से हरसंभव मदद की पेशकश की। सार्क देशों की मंत्री स्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए जयशंकर सोमवार की रात काठमांडू पहुंचे।

पोखरा जाने से पहले उन्होंने नेपाल के सबसे बड़े राजनीतिक दल नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और मधेशी नेताओं से भी मुलाकात की। संविधान में उपेक्षा से नाराज मधेशी नेताओं ने विदेश सचिव को बताया कि संकट का जल्द समाधान होने की उम्मीद नहीं है। मधेसी फ्रंट में शामिल सद्भावना पार्टी के उपाध्यक्ष लक्ष्मण लाल कर्ण ने बताया कि मधेसी नेताओं ने जयशंकर को तराई की वर्तमान स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार मधेसी फ्रंट की मांगें पूरी करने की दिशा में पहल नहीं करती है तो उसे फिर आंदोलन छेड़ने के लिए बाध्य होने पड़ेगा।


भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर ने मंगलवार को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, नेपाली कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और मधेशी नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान संविधान में उपेक्षा से नाराज मधेशियों ने उन्हें अपनी पीड़ा बताई।

मधेशी नेताओं ने बताया कि सरकार के साथ बातचीत में कोई प्रगति नहीं हुई है। संकट का जल्द राजनीतिक समाधान होने की भी उन्हें उम्मीद नहीं है। जयशंकर ने उन्हें इस संबंध में नेपाल की सरकार पर दबाव बनाने का भरोसा दिलाया।

इससे पहले विदेश सचिव ने नेपाल में राजनीतिक स्थिरता पर जोर देते हुए कहा कि यहां की घटनाओं का भारत पर सीधा प्रभाव पड़ता है। नेपाल के शीर्ष राजनीतिक नेताओं से मुलाकात में उन्होंने कहा कि भारत एक स्थिर और विकसित नेपाल चाहता है। इसके लिए आंतरिक समस्या का जल्द समाधान करने की जरूरत है।

नेपाली प्रधानमंत्री के कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि बीते महीने ओली की भारत यात्रा के बाद से इस दिशा में प्रगति को लेकर भी दोनों के बीच बातचीत हुई है। पोखरा में होने वाले सार्क देशों के मंत्रीस्तरीय बैठक के लिए जयशंकर सोमवार की रात काठमांडू पहुंचे।


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