मिस्त्र के इस हादसे के बाद सूझा था ओसामा को अमेरिका पर हवाई हमले करने का विचार
11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में विमानों के जरिये हमले करने का आइडिया ओसामा बिन लादेन के दिमाग में 1999 में हुए मिस्र में एक विमान के उस हादसे से आया था, जिसमें पायलट ने जानबूकर अपना विमान अटलांटिक महासागर में गिरा दिया था।
यरूशलम। कहते हैं ना कि एक आइडिया आपकी जिंदगी बदल सकता है, लेकिन ओसामा बिन लादेन के दिमाग में एक हादसे को लेकर ऐसा आइडिया आया जिससे पूरा विश्व दहल गया था। 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में विमानों के जरिये हमले करने का आइडिया ओसामा बिन लादेन के दिमाग में 1999 में हुए मिस्र में एक विमान के उस हादसे से आया था, जिसमें पायलट ने जानबूकर अपना विमान अटलांटिक महासागर में गिरा दिया था।
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आतंकी संगठन अल कायदा ने अपनी ऑनलाइन पत्रिका 'अल-मसरा' में कहा है कि 11 सितंबर, 2001 के हमले की तरकीब इजिप्ट के को-पायलट कामिल अल बतूती की कहानी से सूझी थी। कामिल ने इजिप्ट एयर के विमान को समुद्र में गिरा दिया था। इस घटना में 217 लोग मारे गए थे, जिनमें 100 अमेरिकी शामिल थे। यह विमान लॉस एंजिलिस से काहिरा जा रहा था।
उसने बताया कि जब इस आइडिया के बारे में उसने ओसामा को बताया तो उसने सवाल किया, 'उसने पास की किसी इमारत में विमान को क्यों नहीं टकराया?' इजरायल के समाचार पत्र 'यरूशलम पोस्ट' के अनुसार कामिल बलूती ने यह हरकत क्यों की थी, इसको लेकर उस वक्त बहुत सी अटकलें लगीं थी और आतंकवाद के पहलू को भी देखा गया। बाद में यह कहा गया था कि कामिल ने अपनी कंपनी की ओर से अपने खिलाफ की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई का बदला लेने के लिए यह आत्मघाती कदम उठाया।
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वैसे ओसामा को इस घटना के पीछे की वजह से कोई लेनादेना नहीं था। उसका इरादा इसी घटना की तर्ज पर अमेरिका को दहलाने का था और उसने यहीं से अमेरिका पर विमानों के जरिये हमले करने की योजना पर काम शुरू किया था।