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जानिए, एक और धरती का रहस्य, केपलर ने खोजे 1284 ग्रह

कास्मिक जगत के बारे मेंं जानने का कौतुहल हमेशा बना रहता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक एक ऐसे सौरमंडल के बारे में जानकारी मिली है। जिसमें 1284 ग्रह हैं।

By Lalit RaiEdited By: Published: Wed, 11 May 2016 10:09 AM (IST)Updated: Wed, 11 May 2016 11:08 AM (IST)
जानिए, एक और धरती का रहस्य, केपलर ने खोजे 1284 ग्रह

वाशिंगटन (आइएएनएस)। सौर मंडल और तारामंडल के बारे में जानने की जिज्ञासा हमेशा बनी रहती है। मसलन जिस सौरमंडल में हम रहते हैं। क्या उसके अलावा कोई और सौरमंडल है ? क्या ग्रहों के अलावा और ग्रह मौजूद हैं ? क्या दूसरे ग्रहों पर भी जीवन की संभावना है ? ये सब ऐसे सवाल हैं जिनके बारे में जानने की लगातार कोशिश जारी है।

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नासा के केपलर मिशन ने इस तथ्य की पुष्टि की है कि मौजूदा आठ ग्रहों के अलावा हमारे सौर मंडल में 1284 ग्रह और हैं। इस तथ्य के सामने आने के बाद खगोलशास्त्रियों ने उम्मीद जताई है कि खोजे गए ग्रहों में किसी ग्रह पर जीवन की संभावना हो सकती है। प्रिंस्टन विश्वविद्यालय और नासा के शोधकर्ताओं को कहना है कि पृथ्वी के बाहर सौर मंडल में खोजे गए 1284 आकाशीय पिंड निश्चित तौर पर ग्रह हैं।

नासा के मुख्य वैज्ञानिक एलेन स्टोफेन का कहना है कि केपलर के द्वारा जो जानकारी मिली है। उसके मुताबिक हमारे मौजूदा सौरमंडल के बाहर एक ऐसा सौरमंडल है जिसका अपना तारा और ग्रह हैं। ग्रहों के मिलने से पृ्थ्वी जैसे ग्रह के भी मिलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। जो आगे चलकर मानव प्रजाति के लिए बेहतर विकल्प साबित होगा।

वेस्पा तकनीकि की मदद से वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में करीब सात हजार सिग्नलों का अध्ययन किया। और जांच में ये पाया कि १२८४ आकाशीय पिंडों को निश्चित तौर पर ग्रह कहा जा सकता है।

वर्ष 2013 में केपलर मिशन के जरिए बाह्य अंतरिक्ष के बारे में अध्ययन किया जा रहा था। करीब तीन साल के अध्ययन में ये पाया गया कि बाह्य अंतरिक्ष में टिमटिमाते एक तारे के चारो तरफ आकाशीय पिंड चक्कर लगा रहे हैं। वो आकाशीय पिंड कभी उस तारे के पास से गुजरते हैं तो कभी वो तारे से काफी दूर होते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस तरह के गुण ग्रहों में पाए जाते हैं। लिहाजा उन आकाशीय पिंडों में इस तरह की समानता होने के बाद कोई वजह नहीं है कि उन्हें ग्रहों की श्रेणी में न रखा जाए।

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