133 दिनों के बाद कश्मीरियों को मिली बंद से आजादी
अलगाववादियों ने बुधवार को नया हड़ताली कैलेंडर जारी करते हुए 24 नवंबर तक बंद को बढ़ाते हुए 19 व 20 नवंबर को पूरे कश्मीर में राहत का एलान किया था।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। लगातार 133 दिनों तक अलगाववादियों के बंद से बंधक बने कश्मीरियों को शनिवार को बंद से मुक्ति मिल गई। सड़कों पर सुबह सवेरे ही जिंदगी सरपट भागने लगी। न किसी जगह बंद का असर और न प्रशासनिक पाबंदियां। हालांकि बंद से आम जिंदगी को निजात प्रशासन ने नहीं दिलाई, बल्कि बंद की नाफरमानी होते देख सियासी दुकान बचाए रखने को खुद अलगाववादी खेमे ने दो दिन की राहत का एलान किया है।
गौरतलब है कि कश्मीर में आठ जुलाई को आतंकी बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से अलगाववादी खेमा सिलसिलेवार बंद और राष्ट्रविरोधी प्रदर्शन कर रहा है। प्रशासन तमाम कोशिशों के बावजूद बंद तोड़ने में नाकाम रहा। लगातार बंद से तंग आए लोगों ने बीते एक माह से नाफरमानी शुरू कर दी थी। बंद सिर्फ दुकानों, सार्वजनिक वाहनों और शिक्षण संस्थानों तक सीमित होता जा रहा था। इससे अलगाववादी खेमे में खलबली मची हुई थी।
अलगाववादियों ने बुधवार को नया हड़ताली कैलेंडर जारी करते हुए 24 नवंबर तक बंद को बढ़ाते हुए 19 व 20 नवंबर को पूरे कश्मीर में राहत का एलान किया था। शनिवार को राहत का पहला दिन है। सुबह ही वादी में हर जगह दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान खुल गए। हालांकि ठंड खूब थी, लेकिन सामान्य जिंदगी जीने की गर्मजोशी में वह कहीं काफूर होती नजर आई। निजी स्कूलों के बच्चे अपने स्कूलों की तरफ जाते नजर आए। सड़कों पर सार्वजनिक वाहन भी लौट आए। लालचौक में कश्मीर आर्ट की दुकान चलाने वाले जावेद अहमद ने कहा कि मैंने कभी भी सामान्य हालात में अपनी दुकान सुबह 11 बजे से पहले नहीं खोली थी। लेकिन शनिवार को सुबह आठ बजे मैं दुकान पर आ गया।
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