अमेरिका ने माना, घृणा अपराध में हुई भारतीय इंजीनियर की हत्या
अमेरिकी न्याय विभाग ने पूर्व अमेरिकी नौसैनिक को भारतीय इंजीनियर की हत्या में घृणा अपराध का दोषी ठहराया है।
वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिकी नौसेना में काम कर चुके एडम प्यूरिंटन को भारतीय इंजीनियर की हत्या में घृणा अपराध का दोषी पाया गया है। अमेरिका के न्याय विभाग ने कहा कि प्यूरिंटन ने इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला को गोली मारने के साथ उनके साथ मौजूद एक और भारतीय आलोक मदासानी की हत्या का भी प्रयास किया था।
प्यूरिंटन ने नस्ल, रंग, धर्म व राष्ट्रीयता के आधार पर फायरिंग की थी। उसने गोली चलाने के दौरान दोनों भारतीयों पर चिल्लाते हुए नस्लभेदी टिप्पणियां की और कहा, 'तुम आतंकवादी हो, मेरे देश से चले जाओ'। इस क्रम में बीच बचाव करने आए 24 वर्षीय अमेरिकन इयान ग्रिलोट भी घायल हो गए थे। इस केस में प्यूरिंटन को मौत या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
अमेरिकी न्याय विभाग यह बाद में तय करेगा कि प्यूरिंटन के लिए मौत की सजा मांगी जाए या नहीं। गौरतलब हो कि इसी साल 22 फरवरी को प्यूरिंटन ने एक बार में अंधाधुंध फायरिंग की थी। इसमें भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास की मौत हो गई थी और दो लोग घायल हो गए थे। 51 वर्षीय प्यूरिंटन अभी जॉनसन काउंटी जेल में बंद है। श्रीनिवास मूल रूप से भारत में हैदराबाद के रहने वाले थे। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू तकनीकी विवि से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी। इसके बाद वह अमेरिका में काम कर रहे थे।
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