जासूसी के शक में अपने ही लड़ाकों की हत्या कर रहा है ISIS
मुखबिर की खोज में आइएस के आतंकी अपने ही 38 साथियों का कत्ल कर चुके हैं और सैंकड़ों आतंकियों को जासूसी के शक में जेल में डलवा चुके हैं।
बगदाद। दुनियाभर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वाला खूंखार आतंकी संगठन आइएस इन दिनों अपनी ही लड़ाकों को मौत के घाट उतार रहा है। बताया जा रहा है कि आइएस के आतंकी अपने ही कई साथियों को जान से मार चुके हैं और ये सिलसिला लगातार जारी है।
दरअसल मार्च में आइएस का एक एक वरिष्ठ कमांडर अबु हैया अल तुनसी आतंकियों की टुकड़ी को दिशानिर्देश देने के लिए उत्तरी सीरियाई इलाके की तरफ अपनी गाड़ी से जा रहा था कि तभी हुए ड्रोन ने उसे उसकी गाड़ी समेत उड़ा दिया।
इस घटना से बौखलाए आइएस के आतंकियों को ये शक हुआ कि इतनी पुख्ता जानकारी बिना किसी मुखबिरी के संभव नहीं है और तभी से शुरू हुआ अपने ही साथियों को मारने का सिलसिला। आइएस के आतंकियों को अपने जिस भी साथी पर मुखबिरी का शक होता है वो उसे मार देते हैं।
जानकारी के मुताबिक मुखबिर की खोज में आइएस के आतंकी अपने ही 38 साथियों का कत्ल कर चुके हैं और सैंकड़ों आतंकियों को जासूसी के शक में जेल में डलवा चुके हैं।
आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों में आइएस के ठिकानों पर ड्रोन से सटीक हमले किए जा रहे हैं जिसमें आइएस के कई बड़े कमांडरों की मौत हो चुकी है जिससे आतंकियों को शक है कि उनके बीच में ही कुछ जासूस हैं जो ये जानकारियां अमेरिका या दूसरे संगठनों तक पहुंचा रहे हैं।
न्यूज एजेंसी एसोसिएट प्रेस की खबर के मुताबिक इराकी खूफिया विभाग के मुताबिक आइएस के आतंकी इंटरनेट और मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर कड़ी नजर रख रहे हैं और संदिग्धों को मारकर उनकी लाश को शहरों में घुमा रहे है ताकि लोगों में डर बना रहे।