इराकी पीएम का कुर्दिश जनमत संग्रह पर हमला, बताया- असंवैधानिक
कुर्दिस्तान के जनमतसंग्रह को असंवैधानिक बताते हुए इराकी प्रधानमंत्री ने कहा कि इसका कोई कानूनी महत्व नहीं है। यह गलत है और इसे एकपक्षीय तौर पर अप्रूव नहीं किया जा सकता।
बगदाद (आइएएनएस)। इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल-अाबादी ने मंगलवार को कहा कुर्दिस्तान की स्वतंत्रता पर जनमत संग्रह असंवैधानिक है और कुर्दिश प्रयासों को खारिज कर दिया।
शिन्हुआ के अनुसार, अाबादी ने अपने साप्ताहिक कैबिनेट मीटिंग के बाद एक प्रेस कांफ्रेस में बताया, ‘कुर्दिस्तान में जनमतसंग्रह असंवैधानिक है और इसका कोई कानूनी महत्व नहीं है। यह गलत है और इसे एकपक्षीय तौर पर अप्रूव नहीं किया जा सकता।‘ प्रेस कांफ्रेंस में अबादी ने कहा, जब हम एकजुट हैं तो इराक ताकतवर है... जबतक हम सहयोग से सभी मुश्किलों का समाधान नहीं कर लेते तब तक एकमात्र विकल्प वार्ता है। स्वतंत्रता पर कुर्दिश जनमतसंग्रह में किर्कुक प्रोविंशियल काउंसिल की भागीदारी का निर्णय गलत है।‘
25 सितंबर को होने वाले जनमत संग्रह में भागीदारी के लिए किर्कुक की ओर से बहुमत में वोट डाले गए। 41 में से 26 काउंसिल मेंबर ने प्रोविंशियल काउंसिल सेशन में हिस्सा लिया। बगदाद व कुर्दिश के बीच वर्षों से विवाद है।
7 जून को कुर्दिश नेता मसूद बर्जानी ने इराक से कुर्दिश क्षेत्र की स्वतंत्रता के लिए 25 सितंबर को जनमत संग्रह की मंशा जाहिर की थी जिसकी निंदा बगदाद और पड़ोसी देशों तुर्की व इरान द्वारा की गई जिनके पास भी कुर्दिश अल्पसंख्यकों की अच्छी खासी जनसंख्या है। इसे कुछ क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों द्वारा इराकी व क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरे के तौर पर देखा जा रहा है जिससे बर्जानी पर इसे स्थगित करने का भारी दबाव है।
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