मोसुल में सेना ने 40 लाख पत्र गिराकर जनता के प्रति जताया सहानुभूति और समर्थन
अभियान को कुर्द, शिया, कबायली लड़ाकों और अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन का भी समर्थन हासिल है।
वाशिंगटन, एएफपी। इराकी वायु सेना ने मोसुल में 40 लाख पत्र गिराए हैं। अमेरिकी नीत गठबंधन के अनुसार इन पत्रों में मोसुल के निवासियों के साथ 'सहानुभूति और समर्थन' जताया गया है। इस शहर से आइएस आतंकियों को खदेड़ने के लिए इराकी सेना 17 अक्टूबर से अभियान चला रही है। अभियान को कुर्द, शिया, कबायली लड़ाकों और अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन का भी समर्थन हासिल है।
गठबंधन सेना ने गुरुवार को बताया कि सैन्य अभियान शुरू होने के बाद इंस्टीट्यूट फॉर वार एंड पीस रिपोर्टिंग ने 'लेटर्स टू मोसुल' नाम के अभियान की शुरुआत की थी। इसी अभियान के तहत मोसुल के निवासियों के लिए सहानुभूति और समर्थन से भरे ये पत्र इराक के लोगों ने लिखे थे। इस पहल से इराक के लोगों ने दो वर्षो से अधिक समय से आइएस के कब्जे वाले शहर मोसुल के निवासियों को आश्र्वस्त किया है कि उन्हें भूलाया नहीं गया है। देश के अन्य हिस्सों के लोग उनके साथ खड़े हैं।
वे आइएस के हारने के बाद उनका फिर से स्वागत करने का इंतजार कर रहे हैं। गठबंधन के अनुसार एक पत्र में लिखा था, 'हमारे प्रिय लोग..हम हर चीज में आपके साथ हैं। हमारा दिल आपके साथ है। हमें एहसास है कि आपको ठंड, भूख और संघर्ष भरे दिनों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन, आपको धैर्य रखना चाहिए और यह सोचना चाहिए कि जीत करीब है।'
गौरतलब है कि मोसुल इराक में आइएस का सबसे बड़ा गढ़ है। यहां से आतंकियों को खदेड़ने के अभियान में करीब एक लाख सैनिक शामिल हैं। सेना पूर्वी मोसुल में दाखिल भी हो चुकी है। हालांकि उसके आगे बढ़ने की रफ्तार बेहद धीमी है। सैन्य अभियान के बाद पलायन में तेजी आने के बावजूद शहर में करीब 10 लाख लोगों के फंसे होने का अनुमान है।