इराक में एक करोड़ लोगों को मदद की जरूरत
मोसुल को इस्लामिक स्टेट (आइएस) के कब्जे से मुक्त कराने का अभियान 17 अक्टूबर को शुरू हुआ था। इसका दूसरा चरण 29 दिसंबर से चल रहा है।
बगदाद, एएफपी/रायटर । इराक में हिंसा के कारण 33 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। एक करोड़ से ज्यादा लोगों को तत्काल मानवीय मदद की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से मोसुल से ही सवा लाख से ज्यादा लोग भागे हैं। पूर्वी मोसुल में सेना को लगातार मिल रही बढ़त के बीच वैश्विक संगठन ने ये आंकड़े जारी किए है।
मोसुल को इस्लामिक स्टेट (आइएस) के कब्जे से मुक्त कराने का अभियान 17 अक्टूबर को शुरू हुआ था। इसका दूसरा चरण 29 दिसंबर से चल रहा है। यूएन के मुताबिक बीते चार दिनों में इस शहर से नौ हजार से ज्यादा लोग घर छोड़कर भागे हैं। करीब 14 हजार लोग उन इलाकों में लौटे भी हैं जहां से आतंकी खदेड़े जा चुके हैं। घर छोड़कर भागे लोगों में से ज्यादातर पूर्वी मोसुल के हैं।
पश्चिमी मोसुल को अभी भी आतंकियों ने बंधक बना रखा है। शहर में फिलहाल 10 लाख लोगों के होने का अनुमान है। बताया जाता है कि इनमें से कुछ लोगों को आतंकियों ने ढाल के तौर पर बंधक बना रखा है। कुछ लोग संपत्ति गंवाने के डर, ठंड और शरणार्थी शिविरों के खराब हालात को देखते हुए हिंसा के बावजूद अपना घर छोड़ने को तैयार नहीं हैं। ऐसे लोग खाने-पीने की वस्तुओं की गंभीर किल्लत से जूझ रहे हैं।
इस बीच, इराकी सुरक्षा बलों ने मोसुल के दो और इलाकों को मुक्त करा लिया है। एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वी मोसुल के 60 फीसद इलाकों पर अब सेना का नियंत्रण है। हालांकि, उत्तरी और दक्षिण-पूर्वी मोर्चे से आगे बढ़ने में सेना को अभी भी कामयाबी नहीं मिल पाई है।