कतर में भारतीयों को सतर्क रहने की सलाह
दोनों पक्षों ने बातचीत के ब्योरे को सार्वजनिक नहीं किया है लेकिन माना जा रहा है कि कतर को लेकर पैदा समस्या को दूर करने का प्रयास हो रहा है।
दोहा, आइएएनएस/एपी/रायटर। सऊदी अरब समेत छह देशों के रिश्ते तोड़ने के एलान के बाद कतर में रह रहे भारतीयों को राजधानी दोहा में स्थित भारतीय दूतावास ने मशविरा दिया है। कहा है कि वे हालात और अपनी नौकरी-कारोबार को लेकर सतर्क रहें। साथ ही अपनी यात्रा को लेकर भी संभावनाओं को देखते हुए योजना बनाएं। देश से बाहर जाने के लिए में विशेष सतर्कता बरतें। मुश्किल पैदा होने पर अविलंब भारतीय दूतावास से संपर्क करें।
इलाके के प्रमुख अरब देशों ने कतर जाने वाली अपनी उड़ानों को रद कर दिया है या फिर कतर एयरवेज के विमानों को अपने यहां उतारने से इन्कार कर दिया है। कतर में भारतीय मूल के छह लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। इसी के साथ खाड़ी देशों के बीच रिश्तों में पैदा हुए गतिरोध को दूर करने की कोशिश भी शुरू हो गई है। कुवैत के अमीर शेख सबा अल अहमद अल सबा ने दोहा जाकर कतर के अमीर शेख तामीम बिन हामद अल थानी से मुलाकात की और उनसे पूरे मसले पर बात की।
यह भी पढ़ें: एक देश ऐसा भी: क्षेत्रफल 0.004 स्क्वायर किमी, जनसंख्या 27, अर्थव्यवस्था- डोनेशन
दोनों पक्षों ने बातचीत के ब्योरे को सार्वजनिक नहीं किया है लेकिन माना जा रहा है कि कतर को लेकर पैदा समस्या को दूर करने का प्रयास हो रहा है। बुधवार को शेख सबा ने दुबई जाकर अबूधाबी के क्राउन प्रिंस (युवराज) शेख मुहम्मद बिन जायेद अल नाहयान और दुबई के शासक शेख मुहम्मद बिन राशिद अल मकतौम से बात की थी। ये दोनों क्रमश: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रधानमंत्री और उप राष्ट्रपति के तौर पर भी कार्य करते हैं। शेख सबा गतिरोध दूर करने के लिए सऊदी अरब भी जा सकते हैं।
यह भी पढ़ें: खाड़ी संकट: ट्रंप ने कतर के अमीर को भी किया फोन, कहा- मध्यस्थता को अमेरिका तैयार
इस बीच यूएई ने संबंध विच्छेद को और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए उसके डाक विभाग ने कतर के साथ अपनी सेवाओं पर रोक लगा दी है। इसके चलते यूएई से कतर के लिए कोई डाक या कूरियर न जा सकेगा और न ही आ सकेगा। साथ ही यूएई, सऊदी अरब समेत सभी प्रतिबंध लगाने वाले देशों ने कतर के न्यूज चैनल अल जजीरा की सेवाएं भी रोक दी हैं।