भारतीय महिला ने कुबूला एच1बी वीजा में धोखाधड़ी का जुर्म
अमेरिकी अटार्नी पॉल फिशमैन ने कहा कि जर्सी सिटी की 34 वर्षीय हीरल पटेल ने न्यूवार्क फेडरल कोर्ट में डिस्टि्रक्ट जज केविन मैकनल्टी के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है।
न्यूयॉर्क, प्रेट्र। अमेरिका में भारतीय मूल की एक महिला एच1बी वीजा धोखाधड़ी में घिर गई है। उसने कुबूल किया है कि धोखाधड़ी में उसकी भूमिका थी। इस मामले में उसे जून में सजा सुनाई जाएगी। उसे पांच साल की जेल और ढाई लाख डॉलर (करीब 1.67 करोड़रुपये) का जुर्माना हो सकता है।
अमेरिकी अटार्नी पॉल फिशमैन ने कहा कि जर्सी सिटी की 34 वर्षीय हीरल पटेल ने न्यूवार्क फेडरल कोर्ट में डिस्टि्रक्ट जज केविन मैकनल्टी के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। पटेल सूचना प्रौद्योगिकी की दो कंपनियों एससीएम डेटा इंक और एमएमसी सिस्टम्स इंक में एचआर मैनेजर के पद पर काम करती थी। दोनों कंपनियां विदेशी नागरिकों जैसे छात्र वीजा धारकों या कॉलेज से ग्रेजुएट होने को भर्ती करती थी। फिर इनके लिए एच1बी प्रोग्राम के तहत वीजा का प्रबंध करती थी।
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इससे तकनीकी विशेषज्ञों को अमेरिका में अस्थायी तौर पर काम करने की अनुमति मिलती है। पटेल के साथ साजिशकर्ताओं ने विदेशी कामगारों को आइटी विशेषज्ञ बताकर भर्ती करने का काम किया था। यह मामला ऐसे समय सामने आया जब अमेरिका में एच1बी वीजा का बढ़ता दुरुपयोग मुद्दा बन गया है।
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