Move to Jagran APP

भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने की 49 मिलियन डॉलर की धोखाधड़ी, मिली 10 साल की सजा

न्याय विभाग ने आरोप लगाया है कि 51 वर्षीय पोताराजू ने कई मौकों पर विटल स्प्रिंग को वित्तीय रूप से एक सफल कंपनी बताया था और कहा था कि जल्द ही विटल स्प्रिंग की बिक्री होने वाली है

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Fri, 21 Jul 2017 02:25 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jul 2017 02:25 PM (IST)
भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने की 49 मिलियन डॉलर की धोखाधड़ी, मिली 10 साल की सजा
भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने की 49 मिलियन डॉलर की धोखाधड़ी, मिली 10 साल की सजा

वॉशिंगटन, पीटीआई। अमेरिका में भारतीय शास्त्रीय नृत्य को बढ़ावा देने के लिए मशहूर भारतीय मूल के एक अमेरिकी चिकित्सक को अपनी कंपनी के पूर्व शेयरधारकों के साथ 4.9 करोड़ डॉलर (लगभग 3.15 अरब रुपए) के धोखाधड़ी मामले में करीब 10 साल कारावास की सुनाई गयी है।

loksabha election banner

मैरीलैंड और वर्जीनिया में लाइसेंस प्राप्त नेत्र सर्जन श्रीधर पोताराजू ने कंपनी में पूंजी निवेश के रूप में 4.9 करोड़ डॉलर से ज्यादा की रकम हासिल करने के लिए विटल स्प्रिंग के शेयरधारकों को गलत और भ्रामक जानकारी उपलब्ध करायी थी। 

न्याय विभाग ने आरोप लगाया है कि 51 वर्षीय पोताराजू ने कई मौकों पर विटल स्प्रिंग को वित्तीय रूप से एक सफल कंपनी बताया था और कहा था कि जल्द ही विटल स्प्रिंग की बिक्री होने वाली है जिससे इसके शेयरधाराकों को लाभ मिलेगा।

इस भारतीय अमेरिकी डॉक्टर ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने शेयरधारकों से यह बात छुपाई थी कि विटल स्प्रिंग इंटरनल रेवेन्यू सर्विस को 75 लाख डॉलर से ज्यादा का रोजगार कर भुगतान करने में भी नाकाम रहा था।

प्रतिष्ठित केनेडी सेंटर में भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य का सालाना कार्यक्रम उत्सव के आयोजन को लेकर पोताराजू भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बीच काफी लोकप्रिय हैं।

अराब ओबामा और हिलेरी क्लिंटन के चुनावों के दौरान पोताराजू डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए धन जुटाने वाले प्रमुख व्यक्ति रहे हैं।

कार्यवाहक उप सहायक अटॉर्नी जनरल गोल्डबर्ग ने कहा कि पोताराजू की दोषसिद्धी और इस मामले की सुनवायी के साथ ही उनकी धोखाधड़ी का पता चला है और उनके इस कृत्य के लिए आज उनको 119 माह कैद की सजा सुनाई गयी है। फिलाडेल्फिया में 2016 डेमोक्रेटिक कन्वेंशन में डॉ पोताराजू को महत्वपूर्ण समिति के लिए नामित किया गया था।

यह भी पढ़ें: कुवैत ने ईरान के पंद्रह राजनयिकों को निकाला


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.