एससीएस कार्ड खेल कर चीन पर दबाव बनाना चाहता है भारत
भारत को लेकर चीन के एक थिंक टैंक ने अपनी सरकार को सावधान किया है। थिंक टैंक का मानना है कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए भारत को अपने पाले में करना जरूरी है। संघाई म्यूनिसिपल सेंटर फॉर इंटरनेशनल स्टडीज के निदेशक वांग डेहुआ ने अपने एक
बीजिंग।भारत को लेकर चीन के एक थिंक टैंक ने अपनी सरकार को सावधान किया है। थिंक टैंक का मानना है कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए भारत को अपने पाले में करना जरूरी है। संघाई म्यूनिसिपल सेंटर फॉर इंटरनेशनल स्टडीज के निदेशक वांग डेहुआ ने अपने एक लेख में वियतनाम तट पर भारत द्वारा तेल निकालने का काम फिर से शुरू करने को आधार बनाया है।
ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित अपने लेख में डेहुआ ने कहा है कि चीन की आपत्ति के बावजूद भारत द्वारा वियतनाम तट पर तेल निकालने का काम शुरू करना कुछ और नहीं बल्कि दक्षिणी चीन सागर (एससीएस) कार्ड खेलना है। उनका मानना है कि भारत की कोशिश ऐसा दबाव बनाना है जिससे सीमा विवाद और पाकिस्तान के साथ नजदीकी पर चीन समझौतावादी रुख अपनाए।
डेहुआ ने कहा है कि विवादित एससीएस में भारत की भूमिका को चीन प्रचारित न करे। इसकी जगह नई दिल्ली को अपने साथ मिलकर काम करने का रास्ता दिखाए। उन्होंने लिखा है कि अमेरिका और जापान की कोशिश चीन विरोधी गठबंधन को मजबूत करने की है और दोनों भारत को इसमें शामिल करने के प्रयास में जुटे हैं।
लेख में कहा गया है कि भारत के तेल एवं प्राकृतिक गैस कारपोरेशन ने दक्षिण चीन सागर के विवादित क्षेत्र में तेल दोहन का काम फिर से शुरू करने का फैसला लिया है। लेखक ने कहा है, 'भारत के दिमाग में अपना भूराजनीतिक हित है। दक्षिण चीन सागर कार्ड खेलने के जरिए वह चीन को समझौते का रुख अपनाने के लिए मजबूर करना चाहता है।'