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सीमा विवाद सुलझाने के लिए भारत-चीन के बीच हुई 19वें दौर की सीमा वार्ता

भारत और चीन के बीच 19वें दौर की सीमा वार्ता संपन्न हुई। इसमें दोनों देशों के बीच विवादास्पद सीमा क्षेत्रों को लेकर चर्चा हुई।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Wed, 20 Apr 2016 03:43 PM (IST)Updated: Wed, 20 Apr 2016 04:51 PM (IST)
सीमा विवाद सुलझाने के लिए भारत-चीन के बीच हुई 19वें दौर की सीमा वार्ता

बीजिंग। पठानकोट हमले के आरोपी और जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर पर संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंध लगाने की भारत की पेशकश पर चीन की तरफ से वीटो लगाए जाने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में आयी तल्खी के बावजूद भारत-चीन के बीच आज 19वें दौर की सीमा वार्ता हुई। जिसमें विवादास्पद क्षेत्र को सुलझाने को लेकर बातचीत की गई।

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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल और उनके चीनी समकक्षीय यांग जिएची के बीच उन सभी विवादास्पद मुद्दों को रेखांकित किया गया जिसकी वजह से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर लगातार बुरा असर पड़ रहा है। दोनों देशों की तरफ से विशेषतौर पर सीमा वार्ता समेत क्षेत्रिय और अंतर्राष्ट्रीय विवादित मुद्दों पर आपसी चर्चा के लिए आजीत डोभाल और यांग को विशेष तौर पर प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है।


जिस तरह से चीन ने पाकिस्तान को खुश करने लिए वहां के आतंकी संगठन के नेताओं के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में बैन लगाने की भारत की कोशिशों को रोका है, ऐसी उम्मीद है कि इन मुद्दों पर दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बात हुई।

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गौरतलब है कि पिछले महीने चीन ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर पर ये कह कर उस पर बैन लगाने से रोका कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तरफ से किसी आतंकी पर प्रतिबंध लगाने के लिए उनमें जो योग्यताएं होनी चाहिए मसूद उन पर खड़े नहीं उतरता है। भारत ने चीन के इस कदम पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इसे ‘समझ से बाहर’ का कदम करार दिया। भारत ने कहा कि जब जैश-ए-मोहम्मद पर संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध लगा दिया है तो फिर उसके सरगना को क्यों नहीं?

भारतीय अधिकारियों ने कहा कि मसूद अजहर के नाम को संयुक्त राष्ट्र की काली सूची में डालने को लेकर उसके चारों स्थायी सदस्य एकमत थे लेकिन चीन ने आखिरी वक्त उसमें तकनीकी पेंच लगाकर रोक दिया। ठीक इसी तरह का रोड़ा चीन की तरफ से संयुक्त राष्ट्र में मुंबई हमले के वक्त भी किया गया था।

जब से चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकी मसूद अजहर पर बैन से रोक के लिए तकीनीक कारणों का हवाला देते हुए उस पर वीटों का इस्तेमाल किया है, भारत लगातार अपना विरोध दर्ज कर रहा है।


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