भारतीय वैज्ञानिक ने तैयार किया दुनिया का पहला 3डी फिंगरप्रिंट
वाशिंगटन। मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी (एमएसयू) में भारतीय मूल के प्रोफेसर अनिल जैन के नेतृत्व में मनुष्य के फिंगर प्रिंट का अपनी तरह का पहला थ्रीडी मॉडल तैयार किया गया है। जैन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर के पूर्व छात्र हैं। एमएसयू की वेबसाइट पर डाले गए बयान के मुताबिक, यह शोध मौजूदा फिंगरप्रिंट मिलान तकनीक के क्षे
वाशिंगटन। मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी (एमएसयू) में भारतीय मूल के प्रोफेसर अनिल जैन के नेतृत्व में मनुष्य के फिंगर प्रिंट का अपनी तरह का पहला थ्रीडी मॉडल तैयार किया गया है। जैन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर के पूर्व छात्र हैं।
एमएसयू की वेबसाइट पर डाले गए बयान के मुताबिक, यह शोध मौजूदा फिंगरप्रिंट मिलान तकनीक के क्षेत्र में बड़ा कदम है। इससे फिंगर प्रिंट के नमूनों को सुरक्षित करने में भी काफी मदद मिलेगी। एसएमयू में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के प्रोफेसर जैन और उनकी टीम ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिसके तहत 2डी इमेज तैयार की जाएगी और इसके बाद इसे 3डी फिंगर सरफेस में डाल दिया जाता है। यह 3डी प्रिंटर की मदद से मनुष्य के फिंगरप्रिंट के हर रेखा को बहुत उभार देता है।
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जैन ने इसे 'इमेजिंग फैंटम' की तरह '3डी फिंगरप्रिंट फैंटम' का नाम दिया है। इमेजिंग फैंटम चिकित्सकीय क्षेत्र में काफी जाना पहचाना नाम है। इसके इस्तेमाल से यह पता लगाया जा सकता है कि एमआरआइ मशीन या सीटी स्कैनर ठीक से काम कर रहा है या नहीं। जैन ने कहा, इस तरह की तकनीक से फिंगरप्रिंट मिलान तकनीक की सटीकता में सुधार करने में मदद मिलेगी। कानून प्रवर्तन कार्यालय से लेकर मोबाइल फोन की सुरक्षा तक बेहतर सुरक्षा की जा सकेगी।