मोसुल में आइएस की आधी ताकत खत्म
17 अक्टूबर को अभियान शुरू होने से पहले करीब छह हजार आतंकियों के शहर में मौजूद होने का अनुमान लगाया गया था।
बगदाद, रायटर : इराकी सेना के अभियान ने मोसुल में इस्लामिक स्टेट (आइएस) की ताकत आधी कर दी है। अमेरिकी सेना के ब्रिगेडियर जनरल स्कॉट इफलैंड ने बताया कि शहर में अब लगभग तीन हजार आतंकी ही बचे हैं। 17 अक्टूबर को अभियान शुरू होने से पहले करीब छह हजार आतंकियों के शहर में मौजूद होने का अनुमान लगाया गया था।
यह खबर ऐसे वक्त में सामने आई है जब पूर्वी हिस्से से शहर में दाखिल हुए सैनिक तिगरिस नदी पर बचे एकमात्र पुल से केवल डेढ़ किलोमीटर दूर हैं। लेफ्टिनेंट जनरल अब्दुल अमीर राशिद के हवाले से इराकी टीवी ने यह जानकारी दी है। तिगरिस नदी 2014 में आइएस के कब्जे में आने वाले मोसुल को पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में बांटती है। चश्मदीदों ने बताया कि नदी पर जो पुल बचा हुआ है वह सबसे पुराना और 1930 के दशक का है। इस पर नियंत्रण हासिल करने के लिए सेना ने सोमवार रात कार्रवाई शुरू की।
चश्मदीदों ने पश्चिमी दिशा से भी हमले तेज होने की बात कही है। रविवार को पहली बार इस तरफ से हमले किए गए थे। इराकी सेना के एक कर्नल ने बताया कि पूर्वी मोसुल में सेना के आगे बढ़ने की धीमी रफ्तार को देखते हुए आतंकियों के खिलाफ एक साथ कई मोर्चे खोलने की रणनीति बनाई गई है। इसके कारण पूर्वी मोसुल से लड़ाकों को हटाकर आइएस को उन्हें पश्चिम में तैनात करना पड़ा है। वहीं, दक्षिण दिशा से आगे बढ़ रहा इराक का संघीय पुलिस बल शहर के दक्षिणी-पश्चिमी छोर पर स्थित हवाई अड्डे की ओर बढ़ रहा है।
ब्रिगेडियर जनरल इफलैंड ने पश्चिमी मोसुल में सबसे भीषण लड़ाई की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि इस इलाके में ज्यादा सघन आबादी है और पूर्वी मोसुल के मुकाबले शुरुआत से ही आइएस यहां ज्यादा ताकतवर रहा है। गौरतलब है कि आइएस के इराकी गढ़ में चल रहे इस अभियान को शिया, कुर्द, कबायली लड़ाकों के अलावा अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन का भी समर्थन प्राप्त है।