पाकिस्तान में नानकाना साहिब में 75 साल से बंद पड़े गुरूद्वारे को फिर से खोला गया
इवैक्यूई ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड के प्रवक्ता अमेर हाशमी ने बताया, 'गुरुद्वारा कियारा साहिब 75 वर्षो से भी ज्यादा समय तक बंद रहा। इसे यात्रियों के लिए खोल दिया गया है।
लाहौर, प्रेट्र। पाकिस्तान ने गुरु नानक की जन्मभूमि नानकाना साहिब में एक बंद पड़े गुरुद्वारे को फिर से खोला गया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में यह गुरुद्वारा विभाजन से पहले से ही मौजूद है।
इवैक्यूई ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के प्रवक्ता अमेर हाशमी ने बताया, 'गुरुद्वारा कियारा साहिब 75 वर्षो से भी ज्यादा समय तक बंद रहा। इसे यात्रियों के लिए खोल दिया गया है।' उन्होंने कहा कि गुरु नानक की 548वीं जयंती के मौके पर उत्सवों में हिस्सा लेने के लिए हजारों सिख नानकाना साहिब आए थे। ईटीपीबी के चेयरमैन सिद्दिकुल फारूक ने सोमवार को जिस समय कियारा साहिब को दोबारा खोला उस समय सिख यात्री भी वहां मौजूद थे। फारूक ने नानकाना साहिब में गुरु नानक के सहयोगी भाई मरदाना के स्मारक का शिलान्यास भी किया। उन्होंने कहा कि सिख यात्रियों की इच्छा पर कियारा साहिब को फिर से खोला गया है।
उन्होंने कहा कि 19 नवंबर को दरबार साहिब करतारपुर को खोला जाएगा। नानकाना साहिब में बाबा गुरु नानक विश्वविद्यालय के लिए जनवरी में भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा।
पढ़ें- गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारों में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब