नेताओं का आह्वान, गिलगित-बाल्टिस्तान से कब्जा हटाए पाकिस्तान
कहा गया कि समय आ गया है कि संघीय सरकार गिलगित के लोगों के साथ इंसानों जैसे व्यवहार की शुरुआत करे और उनके भूमि व संसाधनों का शोषण करना बंद करे।
स्कर्दू, एएनआइ। गिलगित में पाकिस्तान विरोधी राजनीतिक अशांति बढ़ती ही जा रही है। अब स्थानीय नेताओं ने इलाके से कब्जा हटाने का पाकिस्तान से आह्वान किया है। एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए स्थानीय पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता अमजद हुसैन ने कहा कि गिलगित के लोगों के लिए पाक कब्जे के खिलाफ आवाज उठाने का समय आ गया है।
आपको बता दें कि गिलगित में इस तरह एक साथ लोगों का एकत्रित होना प्रतिबंधित है। रैली को संबोधित करते हुए हुसैन ने यह भी कहा कि समय आ गया है कि संघीय सरकार गिलगित के लोगों के साथ इंसानों जैसे व्यवहार की शुरुआत करे और उनके भूमि व संसाधनों का शोषण करना बंद करे।
बकौल हुसैन, 'मियां साहब (पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ) आपको हमारे साथ इंसानों जैसा व्यवहार करना ही पड़ेगा। दूसरी महत्वपूर्ण बात कि कोई भी हमारी भूमि हमसे छीन नहीं सकता है। हम गिलगित-बाल्टिस्तान के लोग अपनी जमीनों का अधिकार रखते हैं और उन्हें सरकारी परियोजनाओं के लिए ऐसे ही सौंपा नहीं जा सकता है जैसा कि अभी हो रहा है।' हुसैन के अनुसार, पाकिस्तान उन्हें आत्म-निर्भर नहीं बनने देना चाहता, इसलिए वहां के लोग उनकी भूमि व संसाधनों को लूटना चाहते हैं।
सीपीइसी को लेकर भी जता चुके हैं आपत्ति
गौरतलब है कि इससे पहले गिलगिल-बाल्टिस्तान के लोग चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीइसी) को लेकर भी अपनी चिंता व आपत्ति जता चुके हैं। कुछ लोग इस प्रोजेक्ट के लिए जबरन भूमि अधिग्रहण को लेकर पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से भी शिकायत कर चुके हैं। भारत भी इस प्रोजेक्ट को लेकर अपनी आपत्ति जता चुका है और विरोध के तौर पर हाल ही में चीन द्वारा आयोजित ओबीओआर सम्मेलन का बहिष्कार किया था।
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