पहली बार हिलेरी पर भारी पड़े ट्रंप
यह पहला मौका है जब आमने-सामने की टक्कर में हिलेरी पर अरबपति कारोबारी ट्रंप को भारी बताया गया है।
वाशिंगटन, प्रेट्र । राष्ट्रपति पद का रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की बढ़ती संभावनाओं के साथ-साथ डोनाल्ड ट्रंप की लोकप्रियता भी बढ़ती जा रही है। ताजा सर्वेक्षण में उन्हें उम्मीदवारी की प्रबल डेमोक्रेटिक दावेदार हिलेरी क्लिंटन से आगे बताया गया है। यह पहला मौका है जब आमने-सामने की टक्कर में हिलेरी पर अरबपति कारोबारी ट्रंप को भारी बताया गया है। इतना ही नहीं सर्वे के अनुसार ट्रंप को नापसंद करने वाले लोगों की संख्या में भी कमी आई है। दूसरी ओर, पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी की नकारात्मक रेटिंग में इस बार इजाफा हुआ है।
फॉक्स न्यूज के राष्ट्रीय सर्वे के अनुसार नवंबर में होने वाले चुनाव में ट्रंप को 45 और हिलेरी को 42 फीसद मत मिल सकते हैं। 55 फीसद श्वेत ट्रंप के पक्ष में और 31 फीसद हिलेरी के पक्ष में हैं। वहीं, अश्वेतों के बीच लोकप्रियता में हिलेरी बहुत आगे हैं। 90 फीसद अश्वेत उनके साथ हैं, जबकि महज सात फीसद ने टं्रप का समर्थन करने की बात कही। हिस्पेनिक के बीच हिलेरी को 62 फीसद और ट्रंप को 23 फीसद समर्थन हासिल है। सर्वे से पता चलता है कि दोनों नेताओं को लेकर नकारात्मक राय रखने वाले मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है। 56 फीसद ने ट्रंप के खिलाफ तो 61 फीसद ने हिलेरी के खिलाफ टिप्पणी की। इससे पहले के सर्वे में हिलेरी की नकारात्मक रेटिंग 58 फीसद और ट्रंप की 65 फीसद थी।
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सर्वे के अनुसार यदि सीनेटर बर्नी सैंडर्स डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने में कामयाब होते हैं तो यह तस्वीर पूरी तरह से उलट सकती है। इस स्थिति में 46 फीसद लोगों ने सैंडर्स और 42 फीसद ने ट्रंप को समर्थन देने की बात कही। हालांकि इसकी संभावना कम ही है, क्योंकि हिलेरी को कड़ी टक्कर दे रहे सैंडर्स उम्मीदवारी के लिए आवश्यक डेलीगेट का समर्थन जुटाने में काफी पीछे हैं। फॉक्स न्यूज ने 14 से 17 मई के बीच 1021 पंजीकृत मतदाताओं के बीच यह सर्वेक्षण कराया था।
नस्लभेदी टिप्पणियों से मून हैरान
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार में नस्लभेदी टिप्पणियों को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने हैरानी जताई है। कोलंबिया यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संभावित नेताओं और राजनीतिज्ञों को लोगों को बांटने वाली टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन इसे ट्रंप के मुस्लिम और प्रवासी विरोधी बयानों से जोड़कर देखा जा रहा है। मून ने कहा, 'हम सीरिया और दूसरी जगहों पर युद्ध अपराधों को लेकर चिंतित हैं। हम नस्लभेद और नफरत से स्तब्ध हैं, खासकर जब राजीतिज्ञ और भावी नेता ऐसा करते हैं। उनका फर्ज लोगों में एकता लाना है ना कि उन्हें बांटना।'
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