भारत में स्वतंत्रता पर पाक मीडिया ने उठाए सवाल
पाकिस्तान के अखबार डॉन ने भारत में स्वतंत्रता पर उठ रहे खतरे का मुद्दा उठाया है। अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है कि चरमपंथियों का भारत में उदय जहरीला असर डाल सकता है और ये भारत की अखंडता और एकता के लिए चुनौती है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के अखबार डॉन ने भारत में स्वतंत्रता पर उठ रहे खतरे का मुद्दा उठाया है। अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है कि चरमपंथियों का भारत में उदय जहरीला असर डाल सकता है और ये भारत की अखंडता और एकता के लिए चुनौती है।
भारत में असहिष्णुता शीर्षक से लिखा गया अखबार के संपदाकीय में कहा गया है कि भारत में कुछ चरमपंथी विचारधारा के लोगों के चलते अभिव्यक्ति की आजादी को चुनौती मिल रही है। सोमवार को भाजपा के नेता लाल कृष्ण आडवाणी को छोड़कर इस बारे में किसी भी नेता ने निंदा नहीं की।
दरअसल, पिछले दिनों भारत में पाकिस्तान के शख्सियतों की नजरंदाजी को जाहिर करते हुए कहा कि इस बात को कहना तब और जरूरी हो जाता है जब पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली के कार्यक्रम को शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने निशाना बनाया फिर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी की किताब के विमोचन पर सुधींद्र कुलकर्णी पर कालिख पोत दिया गया हो।
अखबार के संपादकीय में भारत में पिछले दिनों घटी कई घटनाओं का जिक्र करते हुए इन बातों को कहा गया है। उदाहरण के तौर पर दादरी कांड, शिवसेना विवाद, साहित्यकारों का पुरस्कार वापस करना।