लादेन को मारने वाले नेवी सील ने उन क्षणों को इस अंदाज में किया बयां
ओ 'नील ने अपने समय के दौरान सील के साथ 400 से अधिक मिशनों में भाग लिया।
न्यूयॉर्क, एएनआई। आतंकवादी संगठन अल-कायदा के पूर्व सरगना ओसामा बिन लादेन को वर्ष 2011 में मारने वाले पूर्व नौसेना सील कमांडो रॉबर्ट ओ'नील ने बताया कि एबटाबाद में रेड करने से पहले उन्होंने अपने बच्चों के लिए उपहार छोड़ दिये थे, उन्होंने विश्वास था कि वह दोबारा अपने परिवार से कभी नहीं मिल पाएंगे।
मिशन पर जाने से पहले उन्होंने जो तैयारी की थी, उस बारे में याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने बच्चों के साथ अंतिम भोजन किया और उन्हें आखिरी उपहार दिया, इसके साथ उन्होंने अपने पिता के साथ आखिरी बातचीत की।
पूर्व नौसेना कमांडो ओ'नील ने कहा, "मेरे पिता और मैंने बात की थी। हम पहले भी बहुत सारे मिशन को लेकर बातचीत कर चुके थे। वे मजाक कर कर रहे थे, मेरी इच्छा है, कि मैं भी तुम्हारे साथ जाना चाहता हूं। मैंने कहा मुझे पता है पिताजी आप चाहते हैं, ताकि आप भी ये कर सकें। मैंने कहा कि मैं कुछ महान लोगों के साथ हूं। यह आखिरी बातचीत थी। "
ओ 'नील ने अपने समय के दौरान सील के साथ 400 से अधिक मिशनों में भाग लिया। उन्होंने कहा कि उनकी चिंताओं के बावजूद लादेन के पाकिस्तानी परिसर में छापा हमारे सबसे मुश्किल मिशन में से एक भी नहीं था।
उन्होंने कहा हमारी रणनीतियां पूरी हो चुकी थी। हम नहीं जानते थे कि अंदर क्या दिख रहा था, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। मैं देख रहा था क्योंकि हम धीरे-धीरे सीढ़ियों पर चढ़ गए। मैं धीरे-धीरे सीढ़ियों से ऊपर उठकर देखने में सक्षम था। और जब हम ऊपर गए, तो मैं उस स्थिति में था, मैंने एक कोने को बदल दिया और मैंने जो किया, वह किसी भी सील, किसी रेंजर, किसी विशेष ऑपरेटर ने किया होता।
मैंने उस समय बिन लादेन को देखा और वह एक खतरा था, वह आत्मसमर्पण नहीं कर रहा था। इसलिए मैंने उसे तीन बार चेहरे पर गोली मार दी।
आपको बता दें कि इसी कमांडो ओ'नील ने अपनी किताब 'द ऑपरेटर फायरिंग द शॉट्स दैट किल्ड लादेन' में लादेन की मौत के बारे में बताया है।
लादेन पर अमेरिकी नौसेना ने 9/11 को पाकिस्तान के एबटाबाद में हमला कर मार गिराया था। ओ नील ने अपनी बुक में लिखा है कि उसने कुछ ही दूरी से ओसामा को मार गिराया था।
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