ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर नहीं हो सका समझौता
ईरान के एक परमाणु रिएक्टर के भविष्य को लेकर उसके और विश्व के छह शक्तिशाली देशों के बीच बुधवार को वियना में चर्चा हुई। इसमें ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर दोनों पक्षों की ओर से अपने-अपने तर्क दिए गए, लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका। इस रिएक्टर में ईरान द्वारा प्लूटोनियम का उत्पादन किए जाने की योज
वियना। ईरान के एक परमाणु रिएक्टर के भविष्य को लेकर उसके और विश्व के छह शक्तिशाली देशों के बीच बुधवार को वियना में चर्चा हुई। इसमें ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर दोनों पक्षों की ओर से अपने-अपने तर्क दिए गए, लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका। इस रिएक्टर में ईरान द्वारा प्लूटोनियम का उत्पादन किए जाने की योजना है जिसका प्रयोग बम बनाने में किया जा सकता है।
बैठक में अमेरिका ने चेतावनी दी कि इस संबंध में कठिन कार्य किए जाने की जरूरत है ताकि अप्रैल में फिर से होने वाली बैठक में दोनों पक्ष अपने मतभेद दूर कर सकें। ईरान के विदेश मंत्री ने उम्मीद जाहिर की कि 20 जुलाई की समयसीमा से पहले उनके देश के परमाणु कार्यक्रम से जुडे़ मसले का हल निकाल लिया जाएगा। इसे लेकर ईरान और विश्व के छह शक्तिशाली देशों अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस तथा ब्रिटेन के बीच यह दूसरी बैठक थी। इन देशों ने उम्मीद जाहिर की है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम का शांतिपूर्ण उपयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा और मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा समाप्त हो जाएगा। बैठक में कोई समझौता तो नहीं हो सका, लेकिन इसमें शामिल देशों द्वारा कहा गया कि वे सात से नौ अप्रैल तक फिर से वियना में बैठक करेंगे।
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