दस्तावेजों से खुलासा: IS में शामिल होने वाले आतंकियों ने नहीं पढ़ी होती है कुरान
आपको जानकर हैरानी होगी कि आतंकी बनने के लिए आवेदन करने वाले लोगों में अर्थशास्त्र में पीएचडी करने वालों के अलावा कंप्यूटर साइस और अंग्रेजी और फिलोसॉफी के अध्यापक भी शामिल हैं।
लंदन। आतंकी संगठन आइएस में शामिल होने वाले ज्यादातर आतंकी पुरूष होते हैं, पढ़े लिखे होते हैं लेकिन उन्हें कुरान की ज्यादा समझ नहीं होती। आइएस में शामिल होने के लिए आवेदन करने वाले हजारों लोगों की प्रोफाइल की जांच करने के बाद ये बात निकलकर सामने आई है।
अमेरिकी सेना के कम्बेटिंग टेरेरिज्म सैंटर ने साल 2013 में आइएस में शामिल हुए 4188 लोगों के आवेदन पत्रों की जांच के बाद ये तथ्य सामने रखे हैं।
इन दस्तावेजों से पता चलता है कि आइएस में शामिल होने वाले आतंकि किस परिवेश और परिवारों से आते हैं। खासतौर पर विदेशों से आइएस में शामिल हुए आतंकियों के बारे में इन दस्तावेजों से काफी जानकारियां मिलती हैं। इन दस्तावेजों में आइएस का आवेदन पत्र है जिसमें संभावित आइएस के आतंकियों के करीब 14 सवाल पूछे जाते हैं जिनमें इस्लाम और शरिया कानून को लेकर उनकी जानकारी भी शामिल हैं।
इन आवेदन फार्म में ये भी पूछा जाता है कि क्या वो आत्मघाती आतंकी बनना पसंद करेंगे या नहीं। आपको जानकर हैरानी होगी कि आतंकी बनने के लिए आवेदन करने वाले लोगों में अर्थशास्त्र में पीएचडी करने वालों के अलावा कंप्यूटर साइस और अंग्रेजी और फिलोसॉफी के अध्यापक भी शामिल हैं।
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