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अब खुलेगा एयर एशिया विमान के दुर्घटनाग्रस्‍त होने का राज

एयर एशिया के विमान क्यूजेड 8501 के दुर्घटनाग्रस्त होने के दो सप्‍ताह बाद खोजी दल को बड़ी कामयाबी मिली। खोजी दल को इस विमान का ब्‍लैक बॉक्‍स (फ्लाइट डाटा रिकार्डर) और कॉकपिट वॉयस रिकार्डर मिल गया। इसके मिलने के बाद अब इस विमान के दुर्घटनाग्रस्‍त होने के कारणों का पता

By Murari sharanEdited By: Published: Sun, 11 Jan 2015 06:45 PM (IST)Updated: Mon, 12 Jan 2015 07:42 PM (IST)
अब खुलेगा एयर एशिया विमान के दुर्घटनाग्रस्‍त होने का राज

जकार्ता। एयर एशिया के विमान क्यूजेड 8501 के दुर्घटनाग्रस्त होने के दो सप्ताह बाद खोजी दल को बड़ी कामयाबी मिली। खोजी दल को इस विमान का ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डाटा रिकार्डर) और कॉकपिट वॉयस रिकार्डर मिल गया। इसके मिलने के बाद अब इस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों का पता चल सकेगा। इंडोनेशिया आथरिटी के मुताबिक फ्लाइट डाटा रिकार्डर अच्छी हालत में हैं। इसको जांच के लिए जकार्ता भेजा गया है। इंडोनेशिया नेशनल सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी के चीफ बम्बांग सोलेस्टयू के मुताबिक ब्लैक बॉक्स दुर्घटनाग्रस्त विमान के विंग से मिला है।

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विमान का कॉकपिट वॉयस रिकार्डर समुद्र में करीब बाइस मीटर की गहराई में मिला है। अधिकारियों के मुताबिक इसकी हालत ठीक नहीं है, इससे जानकारी निकालपाना मुश्किल लग रहा है।

इंडोनेशिया के अधिकारियों के मुताबिक विमान के ब्लैक बॉक्स से मिल रहे मजबूत सिग्नल के बाद इसको एक सीमित दायरे में तलाश किया गया था। इसके साथ ही विमान के फ्यूसलार्ज की भी तलाश की जा रही थी। खोजी दल के लिए इनका मिलना काफी राहत भरा है।

खोजी दल की इस सफलता पर इंडोनेशिया के आर्मी चीफ ने खुशी का इजहार किया है। हालांकि उनकी इस खुशी में 162 लोगों की मौत का गम भी साफतौर पर छलक रहा था।

गौरतलब है कि 28 दिसंबर को एयर एशिया का विमान क्यूजेड 8501 अचानक राडार से गायब हो गया था। इस विमान पर क्रू मेंबर समेत 162 यात्री सवार थे। यह विमान इंडोनेशिया के सुराबाया से सिंगापुर जा रहा था।

इंडोनेशिया के मरीन ट्रांसपोर्ट के डायरेक्टर जनरल टोनी बूडीयोनो ने एक प्रेस रिलीज कर इस बात की जानकारी दी है। गौरतलब है कि खोजी दल को कुछ दिन पहले ही विमान का पिछला हिस्सा जावा के समुद्र से मिला था। इसके बाद ही विमान के ब्लैक बॉक्स के मिलने की भी संभावनाएं बढ़ गई थीं। बाद में खोजी दल को इस विमान के ब्लैक बॉक्स से सिग्नल भी मिले थे।

प्रेस रिलीज के मुताबिक यह ब्लैक बॉक्स समुद्र में करीब 30 से 32 मीटर की गहराई में मिला है। हालांकि प्रेस वार्ता के दौरान मरीन ट्रांसपोर्ट के डायरेक्टर जनरल ने यह भी आशंका जताई है कि समुद्र से निकाला गया ब्लैक बॉक्स फिलहाल इस स्थिति में नहीं है कि उससे कुछ जानकारी हासिल किया जा सके।

अधिकारियों का मानना है कि आज ब्लैक बॉक्स से जानकारी हासिल करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने बताया नेवी के जहाज केएन जदायत पर मौजूद नेवी के गोताखोरों ने इस ब्लैक बॉक्स को खोज निकाला है।

इसके तहत गोताखोरों द्वारा इस ब्लैक बॉक्स को विमान के मलबे से अलग करके ऊपर लाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक यदि यह पहले प्रयास में समुद्र की गहराई से नहीं निकल पाता तो फिर इसको निकालने के लिए बैलून मैथड प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाना था।

इस विमान के मलबे को खोजने के लिए कई देशों की टीम दिन रात एक कर समुद्र को खंगाल रही थी। विमान के ब्लैक बॉक्स मिल जाने के बाद इसके हादसे की वजह का पता चल सकेगा। साथ ही यह भी पता चल सकेगा कि आखिर समय में इस विमान के यात्रियों को किस स्थिति का सामना करना पड़ा था। विमान के मलबे की खोज कर रहे दल के सदस्य हर बार कामयाबी की दुआ कर समुद्र में उतरते थे।

पढ़ें: दुर्घटनाग्रस्त विमान को नहीं थी उड़ान भरने की इजाजत


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