फोर्ब्स ने नोटबंदी को ठहराया अनैतिक,कहा- ये जनता की संपत्ति की चोरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोट को वापस लेने की घोषणा कर दी थी। फोर्ब्स ने लिखा, 'सरकार के अप्रत्याशित कदम से अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है।
नई दिल्ली, आइएएनएस : प्रतिष्ठित फोर्ब्स पत्रिका ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले को अनैतिक और जनता की संपत्ति की चोरी करार दिया है। पत्रिका के प्रधान संपादक स्टीव फोर्ब्स के मुताबिक, इससे भारतीय अर्थव्यवस्था और भविष्य में होने वाले निवेश को नुकसान पहुंचा है। यह लोगों की निजता पर भी हमला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोट को वापस लेने की घोषणा कर दी थी। फोर्ब्स ने लिखा, 'सरकार के अप्रत्याशित कदम से अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है। पहले से ही गरीबी का सामना कर रहे लाखों लोगों के लिए और ज्यादा अभाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लोगों को पुराने नोट बदलवाने के लिए सिर्फ कुछ सप्ताह का वक्त दिया गया।'
रिटर्न दाखिल नहीं करने वाले 67.54 लाख लोगों की पहचान
फोर्ब्स ने दलील दी कि संसाधन सरकार नहीं, जनता पैदा करती है। भारत ने जो कदम उठाया है, वह जनता की संपत्ति की बड़े पैमाने पर चोरी है। पत्रिका ने इससे अपराधियों और आतंकियों के ज्यादा प्रभावित होने की दलील को भी खारिज किया है।