चीनी पनडुब्बी को हिंद महासागर में मिलीं कीमती धातुएं
पनडुब्बी 124 दिन की यात्रा के दौरान दक्षिण चीन सागर और याप द्वीप के पास के इलाके में प्राकृतिक संसाधनों की संभावनाएं भी तलाशेगी।
बीजिंग, प्रेट्र : चीन की मानवयुक्त पनडुब्बी जियाओलोंग को उत्तर पश्चिम ¨हद महासागर में कई कीमती धातुएं मिली हैं। पनडुब्बी ने हिंद महासागर में 3,117 मीटर की गहराई तक गोता लगाकर इन धातुओं को एकत्र किया है।
अभियान के फील्ड कमांडर यू होंगजुन ने कहा कि समुद्र में गहराई तक उतरने के इस साल के अपने पहले अभियान में जियाओलोंग ने 4.2 किलोग्राम सल्फाइड, 18.7 किलोग्राम बेसॉल्ट और 16 लीटर गहरे समुद्री पानी समेत विविध नमूने एकत्रित किए। जियाओलोंग 38वें महासागरीय वैज्ञानिक अभियान का हिस्सा है।
अभियान से जुड़े वैज्ञानिक हान शिकियू ने कहा कि भविष्य के अभियान में इस इलाके के संभावित संसाधनों का मूल्यांकन किया जाएगा। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक पनडुब्बी 124 दिन की यात्रा के दौरान दक्षिण चीन सागर और याप द्वीप के पास के इलाके में प्राकृतिक संसाधनों की संभावनाएं भी तलाशेगी।
पनडुब्बी जियाओलोंग का नाम एक पौराणिक ड्रैगन के नाम पर रखा गया है। जून 2012 में मारियाना ट्रेंच में ये पनडुब्बी अधिकतम 7,062 मीटर नीचे तक उतरी थी।
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