विवादित द्वीप पर पहली बार उतरा चीन का सैन्य विमान
चीन ने दक्षिण चीन सागर के विवादित कृत्रिम द्वीप पर पहली बार सैन्य विमान उतारा है। इससे यहां सैन्य अड्डा बनाने की संभावना बढ़ गई है। अमेरिका शुरुआत से ही बीजिंग के इस कदम का विरोध करता रहा है।
बीजिंग, रायटर। चीन ने दक्षिण चीन सागर के विवादित कृत्रिम द्वीप पर पहली बार सैन्य विमान उतारा है। इससे यहां सैन्य अड्डा बनाने की संभावना बढ़ गई है। अमेरिका शुरुआत से ही बीजिंग के इस कदम का विरोध करता रहा है।
दक्षिण चीन सागर में अमेरिका और फिलीपींस द्वारा संयुक्त रूप से गश्त करने की घटना के बाद यह मामला सामने आया है। चीन ने इस क्षेत्र में स्थित स्प्रैटली द्वीप-समूह के फायरी क्रॉस रीफ को कृत्रिम द्वीप में परिवर्तित किया है। यहां पर तीन किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है। इसके अलावा दो और रनवे बनाने की योजना है।
यात्री विमानों का परीक्षण जनवरी में ही किया गया था। सेना की आधिकारिक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी डेली में सोमवार को प्रकाशित रिपोर्ट में सैन्य विमान के रविवार को फायरी क्रॉस रीफ पर लैंड करने की बात कही गई है। इसके अनुसार, विमान दक्षिण चीन सागर में गश्त पर था, जब कृत्रिम द्वीप पर तीन मजदूरों के गंभीर तौर पर बीमार होने की सूचना मिली। मजदूरों को वहां से निकालने के लिए सैन्य विमान को लैंड करना पड़ा। उन्हें इलाज के लिए हैनान द्वीप पर ले जाया गया।
समाचार पत्र ने हैनान से विमान की फोटो भी प्रकाशित की है। ग्लोबल टाइम्स अखबार के मुताबिक चीनी सेना ने फायरी क्रॉस रीफ पर विमान उतारने की बात पहली बार स्वीकार की है। सैन्य विशेषज्ञों के हवाले से हवाई पट्टी के सेना के मानकों के अनुसार होने की बात कही गई है। युद्ध की स्थिति में यहां पर लड़ाकू विमान तैनात किए जा सकेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने सेना के इस बचाव अभियान की तारीफ की है।