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चीन में अगले महीने से दौ़ड़ेगी दुनिया की सबसे तेज ट्रेन, पता है कितनी होगी स्‍पीड?

फुशिंग ट्रेनों को पहली बार जून में प्रदर्शित किया गया था। 27 जुलाई को इसका परीक्षण भी किया गया था। अब 21 सितंबर से यह ट्रेनें प्रतिदिन रात राउंड ट्रिप पूरी करेंगी।

By Tilak RajEdited By: Published: Tue, 22 Aug 2017 10:37 AM (IST)Updated: Tue, 22 Aug 2017 10:37 AM (IST)
चीन में अगले महीने से दौ़ड़ेगी दुनिया की सबसे तेज ट्रेन, पता है कितनी होगी स्‍पीड?
चीन में अगले महीने से दौ़ड़ेगी दुनिया की सबसे तेज ट्रेन, पता है कितनी होगी स्‍पीड?

बीजिंग, एजेंसी। चीन अगले महीने से दुनिया की सबसे तेज ट्रेन को पटरियों पर दौड़ाने की तैयारी में है। नई पीढ़ी की यह बुलेट रेल 'फुशिंग' 21 सितंबर से परिचालन शुरू करेगी। यह ट्रेन चीन की राजधानी बीजिंग और आर्थिक राजधानी शंघाई को जोड़ेगी। करीब 350 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली यह ट्रेन इन दोनों शहरों के बीच की करीब 1250 किमी की दूरी मात्र 4.5 घंटे में पूरा करेगी। वर्तमान में बीजिंग से शंघाई की यात्रा करने में छह घंटे का समय लगता है। चीन रेलवे कॉर्पोरेशन का कहना है कि यह दुनिया की सबसे तेज गति से जाने वाली वाणिज्यिक बुलेट रेल होगी।

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2008 में शुरू की थी हाई स्पीड ट्रेन
चीन ने 350 किमी प्रतिघंटे रफ्तार से चलने वाली अपनी पहली रेल की शुरुआत अगस्त 2008 में की थी, जो बीजिंग से तियानजिन के बीच चलती है। हालांकि जुलाई 2011 में एक दुर्घटना के बाद इसकी गति को घटाकर 250 से 300 किमी प्रतिघंटे कर दिया गया था। इस दुर्घटना में योंगताइवेन रेलवे लाइन पर दो ट्रेनों की टक्कर हो गई थी जिससे 40 लोगों की मौत और 190 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

सात राउंड ट्रिप पूरी करेंगी
फुशिंग ट्रेनों को पहली बार जून में प्रदर्शित किया गया था। 27 जुलाई को इसका परीक्षण भी किया गया था। अब 21 सितंबर से यह ट्रेनें प्रतिदिन रात राउंड ट्रिप पूरी करेंगी। इसकी अधिकतम रफ्तार 400 किमी प्रतिघंटे होगी। इन्हें पूरी तरह चीन में बनाया गया है। चीन की योजना आने वाले सालों में देशभर में ऐसी तीन और तेज गति वाली रेल लाइन बिछाने की है।

सबसे लंबा हाई-स्पीड रेल नेटवर्क
22 हजार किमी के साथ चीन के पास दुनिया का सबसे लंबा हाई-स्पीड रेल नेटवर्क है। चाइना एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग के मुताबिक, चीन की एक तिहाई हाई-स्पीड रेलवे को 350 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों के अनुसार बनाया गया है।

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