दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी वॉरशिप पर चीन ने जतायी आपत्ति
नौवहन की स्वतंत्रता अभियान के तहत यूएसएस जान एस मैकेन गुरुवार को मिस्चिफ रीफ तक पहुंचा जिसपर चीन ने कड़ी आपत्ति जताई है।
बीजिंग (एएफपी)। बीजिंग ने शुक्रवार को विवादित दक्षिण चीन सागर में अपने कृत्रिम द्वीप के करीब अमेरिकी युद्धपोत के पहुंचने पर आपत्ति जतायी है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा यूएसएस जॉन एस मैक्केन से चीनी और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हुआ है, देश की संप्रभुता और सुरक्षा पर गंभीर कार्रवाई है। गेंग ने एक बयान में कहा चीन इससे काफी असंतुष्ट है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजिंग विरोध प्रदर्शन करेगा।
अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि नौवहन की स्वतंत्रता अभियान के तहत यूएसएस जान एस मैकेन गुरुवार को मिस्चिफ रीफ (चीन का कृत्रिम द्वीप) तक पहुंचा और उस समय वहां चीन के पोत भी मौजूद थे। नाम न बताने की शर्त पर अमेरिकी अधिकारी ने एएफपी को बताया, यूएसएस मैक्केन को चीनी युद्धपोत ने कम से कम 10 बार रेडियो वार्निंग भेजा है। अधिकारी ने बताया, ‘उन्होंने फोन किया और कहा, आप हमारे जल क्षेत्र में हो प्लीज वापस लौट जाओ।‘ ‘हमने उन्हें बताया हम अमेरिकी जहाज हैं और अंतरराष्ट्रीय जल में रुटीन ऑपरेशन के तहत हैं।‘ अधिकारी ने बताया कि यह बातचीन सुरक्षित और प्रोफेशनल थी। लेकिन गेंग ने इस तरह के ऑपरेशन से जिंदगी खतरे में पड़ जाती है।
जनवरी में राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप का ‘नौवहन की स्वतंत्रता’ वाला यह ऑपरेशन अपनी तरह का तीसरा है।पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल क्रिस लोगान ने नेविगेशन नौकाओं की स्वतंत्रता के बारे में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया लेकिन उन्होंने कहा कि अमेरिका इस तरह के संचालन जारी रखेगा। उन्होंने कहा, ‘सभी ऑपरेशन अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार आयोजित की जाती हैं और इससे पता चलता है कि अमेरिका उड़ान भरने, नौकायान करने और जहां भी अंतरराष्ट्रीय कानून की अनुमति हो वहां ऑपरेट कर सकता है।‘
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