दोनों देश पड़ोसी देश में बढ़ रहे आतंकवाद से चिंतित :मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रूस समेत 6 देशों की यात्रा के पहले पड़ाव में उजबेकिस्तान की राजधानी ताशकंद पहुंच गए। राष्ट्रपति इस्लाम करीमोव और पीएम मोदी की संयुक्त प्रेस कॉफ्रेंस हुई। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि वे राष्ट्रपति और उजबेकिस्तान के लोगों के आतिथ्य से अभिभूत हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रूस समेत 6 देशों की यात्रा के पहले पड़ाव में उजबेकिस्तान की राजधानी ताशकंद पहुंच गए। राष्ट्रपति इस्लाम करीमोव और पीएम मोदी की संयुक्त प्रेस कॉफ्रेंस हुई। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि वे राष्ट्रपति और उजबेकिस्तान के लोगों के आतिथ्य से अभिभूत हैं। उन्होंने कहा उनकी यात्रा से दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी, आतंकवाद से निपटने की रणनीति व क्षेत्रीय एकता में सहयोग बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि भारतीय निवेश के लिए वे नीतियों को और सहज करें। पीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राष्ट्रपति करीमोव ने सकारात्मक रुख दिखाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय निवेशक उजबेकिस्तान में निवेश के लिए उत्साहित हैं।
पीएम ने उजबेकिस्तान से यूरेनियम आयात के संबंध में बात की। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि हमारा समझौता हुआ है जिसके तहत उजबेकिस्तान हमे यूरेनियम आयात करेगा। तकनीक, उर्जा और कृषि के क्षेत्र में राष्ट्रपति का रुख बेहद उत्साहजनक रहा।
पीएम ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा
पीएम मोदी ने बताया कि दोनों ही देशों ने पड़ोसी देश में बढ़ रही आतंकवादी गतिविधियों पर चिंता जताई। साथ ही हमने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों समेत अफगानिस्तान के हालात पर भी बात की।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ताशकदं पहुंचे। उनका विमान भारतीय समयानुसार दोपहर 2:25 पर ताशकंद हवाई अडडे पर उतरा। उन्होंने यहां पहुंचते ही टवीट कर कहा हैलो उजबेकिस्तान। उन्होंने इस ट्वीट में उजबेकिस्तान के पीएम द्वारा जोरदार स्वागत करने पर उनका धन्यवाद किया है। यहां पर उनके स्वागत के लिए उजबेकिस्तान के पीएम शावकत मीरोमोनोविच मिर्जीयोयेव मौजूद थे।
इस दौरे में उज्बेकिस्तान के अलावा रूस, कजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान का भी दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री 10 जुलाई को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सम्मेलन के अलावा ब्रिक्स की बैठक में भी शामिल होंगे। इसी दौरान भारतीय पीएम की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात हो सकती है।
उजबेकिस्तान से पीएम मोदी 7 जुलाई को कजाखस्तान जाएंगे। 8 जुलाई को मोदी रूस जाएंगे और उसके बाद 10 जुलाई को तुर्कमेनिस्तान जाएंगे। इसके बाद वह 11 जुलाई को किर्गीस्तान और 12 जुलाई को ताजिकिस्तान जाएंगे। वह पीवी नरसिम्हा राव के 1995 के दौरे के बाद तुर्कमेनिस्तान की यात्रा करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे।
पीाएम मोदी और पाक पीएम शरीफ के बीच होने वाली इस मुलाकात में भारत द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा मुंबई हमले के मास्टरमाइंड माने जाने वाले जकीउर रहमान लखवी की जमानत का मुद्दा भी उठा सकता है। उद्योग जगत को प्रधानमंत्री के इस विदेश दौरे से बहुत उम्मीदें हैं।
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एसोचैम ने कहा है कि भारत द्वारा रक्षा उत्पादन क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को बढ़ाकर 49 फीसदी किए जाने के बाद भारत के रूस के साथ आर्थिक रिश्तों में बड़ा बदलाव आएगा। सीआईआई ने कहा है कि मध्य एशिया के पांच देशों कजाखस्तान, तुर्कमेनिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान व किर्गीस्तान के साथ व्यापार को कई गुना बढ़ाया जा सकता है. फिलहाल यह सालाना 1.4 अरब डॉलर का है।
मोदी ने मई, 2014 में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के अगले दिन ही शरीफ से द्विपक्षीय बातचीत की थी। माना जाता है कि इनके बीच काठमांडू में सार्क बैठक के दौरान संक्षिप्त मुलाकात हुई थी। लेकिन इसके बारे में दोनों पक्षों की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया गया। जानकारों के मुताबिक मोदी नवंबर, 2015 में सार्क देशों के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पाक जाना चाहते हैं। मोदी पाकिस्तान की यात्र मौजूदा कटुता के दौर में नहीं करना चाहेंगे। सत्ता में एक वर्ष गुजारने के बावजूद राजग सरकार पाक को लेकर कोई स्पष्ट नीति नहीं बना सकी है।
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बताते चलें कि मोदी ने जब रमजान की शुरुआत में शरीफ को फोन कर इसकी बधाई दी थी तभी यह कहा गया था कि इससे रिश्तों पर जमीं बर्फ को पिघलाने में मदद मिलेगी। इस बीच अमेरिका ने कई बार यह दोहराया है कि वह भारत व पाक के बीच रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है। हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने शरीफ से टेलीफोन पर बातचीत भी की थी। सूत्रों के मुताबिक कैरी ने शरीफ से भारत के साथ रिश्तों को लेकर आगे बढ़ने की बात कही थी।