खराब मौसम के चलते जापान में उतरा सोलर इंपल्स
दुनिया के भ्रमण पर निकले सौर ऊर्जा से संचालित विमान सोलर इंपल्स-2 को खराब मौसम के चलते जापान में उतारना पड़ा। विमान ने रविवार को चीन के नानजिंग से उड़ान भरी थी।
नगोया (जापान)। दुनिया के भ्रमण पर निकले सौर ऊर्जा से संचालित विमान सोलर इंपल्स-2 को खराब मौसम के चलते जापान में उतारना पड़ा। विमान ने रविवार को चीन के नानजिंग से उड़ान भरी थी। सोलर इंपल्स का मकसद इस बात की जांच करना है कि कोई विमान सौर ऊर्जा की मदद से कितनी देर और कितनी दूर तक जा सकता है। इससे पहले उन्होंने पायलट को सलाह दी थी कि वो आसमान में तब तक वहीं बने रहे जहां है, जब तक सफ़र जारी रखने का फैसला नहीं लिया जाता है.
सोलर इंपल्स-2 के पायलट आंद्रे बॉर्सबर्ग (62) ने ट्वीट कर यात्रा जारी नहीं रख पाने को लेकर निराशा जाहिर की। लैंडिंग की अनुमति देने के लिए उन्होंने जापान को धन्यवाद भी दिया है।
प्रशांत महासागर को छह दिन में पार कर हवाई द्वीप की यात्रा पर निकले विमान को जापान सागर के ऊपर खराब मौसम का सामना करना पड़ रहा था। मौसम वैज्ञानिकों ने आगे मौसम के और बिगड़ने का पूर्वानुमान लगाया था।
नानजिंग से हवाई द्वीप का सफर सोलर इंपल्स-2 की यात्रा का सातवां चरण है। विमान ने मार्च में अबूधाबी से उड़ान भरी थी। सोलर इंपल्स का मकसद इस बात की जांच करनी है कि सौर ऊर्जा से संचालित विमान कितनी देर और कितनी दूर तक उड़ान भर सकता है।
विमान की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए सोलर इंपल्स-2 के पंख में 17 हजार सोलर पैनल लगे हुए हैं। इसका वज़न के आम कार जितना है लेकिन इसकी स्पीड काफ़ी कम रहती है.मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मौसम के आगे और बदतर होने के पूर्वानुमान है.