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ट्रंप प्रशासन ने भारतीय-अमेरिकी सर्जन जनरल को पद छोड़ने को कहा

बयान में कहा गया, मूर्ति को सर्जन जनरल के पद से मुक्त कर दिया गया है और वह कमीशन्ड कॉर्प्स के सदस्य के तौर पर अपनी सेवाएं जारी रखेंगे।

By Mohit TanwarEdited By: Published: Sat, 22 Apr 2017 04:18 PM (IST)Updated: Sat, 22 Apr 2017 04:58 PM (IST)
ट्रंप प्रशासन ने भारतीय-अमेरिकी सर्जन जनरल को पद छोड़ने को कहा
ट्रंप प्रशासन ने भारतीय-अमेरिकी सर्जन जनरल को पद छोड़ने को कहा

वाशिंगटन, प्रेट्र : डॉ. विवेक मूर्ति की अमेरिकी सर्जन जनरल पद से छुट्टी कर दी गई है। अपनी पसंद के व्यक्ति को इस पद पर बैठाने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने यह कार्रवाई की है। शीर्ष पदों पर बैठे लोगों में मूर्ति दूसरे भारतवंशी हैं जिन पर ट्रंप प्रशासन ने कार्रवाई की है। इससे पहले न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल प्रीत भरारा को इस्तीफा देने से इन्कार करने के बाद बर्खास्त कर दिया गया था।

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अमेरिकी स्वास्थ्य एवं मानव सेवा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा, यूएस पब्लिक हेल्थ सर्विस कमीशन्ड कॉ‌र्प्स के नेता मूर्ति को अपने पद से इस्तीफा देने को कहा गया है। उन्हें सर्जन जनरल के पद से मुक्त कर दिया गया है। वह कमीशन्ड कॉ‌र्प्स के सदस्य के तौर पर अपनी सेवाएं जारी रखेंगे।

डिप्टी सर्जन जनरल रियर एडमिरल सेल्विया ट्रेंट एडम्स कार्यकारी सर्जन जनरल बनाई गई हैं।अमेरिका के 19वें सर्जन जनरल मूर्ति इस पद पर बैठने वाले सबसे युवा और पहले भारतीय-अमेरिकी थे। दिसंबर 2014 में जब उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली थी उनकी उम्र महज 37 साल थी। बंदूक लॉबी के विरोध के बावजूद सीनेट ने 51/43 वोटों के अंतर से उनकी नियुक्ति पर मुहर लगाई थी। चार साल के कार्यकाल के लिए उनकी नियुक्ति की गई थी। उन्हें पद से हटाने का कारण साफ नहीं है।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक मूर्ति की अचानक विदाई से महकमे के कर्मचारी भी अचंभित हैं।मूर्ति ने फेसबुक पोस्ट में कहा है, इस महत्वपूर्ण पद पर काम करना सम्मान की बात थी। भारत के गरीब किसान के पोते को राष्ट्रपति द्वारा पूरे देश के स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए कहा जाना बेहद अभिभूत करने वाला था। यह एक अद्भुत अमेरिकी कहानी थी। मैं अपने देश का आभारी रहूंगा जिसने करीब 40 साल पहले मेरे प्रवासी परिवार का स्वागत किया और मुझे सेवा का मौका दिया। मूर्ति का परिवार भारत में कर्नाटक का रहने वाला है। उनका जन्म इंग्लैंड में हुआ। जब वह तीन साल के थे उनका परिवार अमेरिकी प्रांत फ्लोरिडा के मियामी में आकर बस गया। उन्होंने येल स्कूल ऑफ मेडिसिन से एमडी की डिग्री हासिल की है। येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए भी किया है। फिलहाल वे बोस्टन में प्रैक्टिस कर रहे हैं और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से भी जुड़े हुए हैं।

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