जी-20 में पहली बार होगी पुतिन-ट्रंप की मुलाकात, टिकी हैं सभी की निगाहें
विश्व के दो ताकतवर नेताओं पुतिन और ट्रम्प की इस बैठक पर दुनियाभर की निगाहें टिकी हुई हैं। ट्रम्प और पुतिन के बीच जो बातचीत होगी, उसके तो मायने निकाले ही जाएंगे, लेकिन...
हैम्बर्ग, रायटर। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन आज जी-20 शिखर सम्मेलन में आमने-सामने होंगे। ये दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच पहली मुलाकात होगी, इसलिए सभी की निगाहें इस बैठक पर टिकी हुई हैं।
ट्रम्प ने कहा है कि वह पुतिन के साथ काम करने के तरीके तलाशना चाहते हैं। इससे साफ है कि दोनों देशों के बीच तनाव को खत्म करने का जरिया अभी ट्रम्प के पास नहीं है। इसलिए ट्रम्प के लिए ये बैठक काफी मुश्किल साबित हो सकती है। दरअसल, आरोप है कि रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दखलंदाजी कर और रिपब्लिकन के अभियान में मदद कर ट्रम्प की अप्रत्याशित जीत में मदद की थी।
इधर अमेरिका-रूस यूक्रेन और सीरिया में गृहयुद्ध के मुद्दों पर भी आमने-सामने हैं। रूस जहां सीरिया के राष्ट्रपति बाशर अल असद का समर्थन करता है वहीं अमेरिका असद को हटाने के लिए संघर्षरत विद्रोही समूहों को समर्थन देता है। सीरियाई सरकारी हवाई अड्डे पर रूस के हमले से भी अमेरिका नाराज है क्योंकि उसके मुताबिक यह एक रासायनिक हमला था जिसमें दर्जनों नागरिक मारे गये थे।
इसलिए विश्व के दो ताकतवर नेताओं पुतिन और ट्रम्प की इस बैठक पर दुनियाभर की निगाहें टिकी हुई हैं। ट्रम्प और पुतिन के बीच जो बातचीत होगी, उसके तो मायने निकाले ही जाएंगे, लेकिन जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान इन दोनों नेताओं के चेहरों के हर भाव और शारीरिक इशारों का भी विश्लेषण होगा। हालांकि अभी तो सिर्फ इसकी कल्पना ही की जा सकती है कि रियल एस्टेट कारोबारी व पूर्व रियलिटी टेलीविजन स्टार ट्रंप और पूर्व जासूस पुतिन जब मिलेगे, तो क्या होगा।
डर यह है कि रिपब्लिकन राष्ट्रपति(एक राजनीतिक नौसिखिया) जिसका दल अभी अपनी रूस नीति विकसित कर रहा है, पुतिन की तुलना में कम तैयार होगा, जिन्होंने पिछले दो अमेरिकी राष्ट्रपतियों और कई अन्य विश्व के नेताओं के साथ काम किया है।
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