अग्नि-5 मिसाइल से डर गया चीन!
भारत के मिसाइल परीक्षणों ने चीन की चिंता बढ़ा दी है। भारत अगले साल फरवरी में पाच हजार किलोमीटर तक मारक क्षमता वाली अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण करेगा। इसके दायरे में चीन के कई शहर आएंगे। इस परीक्षण से चिंतित चीनी मीडिया का कहना है कि इस मिसाइल के जरिए भारत का इरादा एशियाई क्षेत्र में अपनी ताकत दिखाने का है। स्थानीय मीडिया ने चीन को भारत का 'काल्पनिक दुश्मन' बताते हुए कहा कि नई दिल्ली को अपने इस पड़ोसी देश के बारे में मानसिकता बदलनी चाहिए।
बीजिंग। भारत के मिसाइल परीक्षणों ने चीन की चिंता बढ़ा दी है। भारत अगले साल फरवरी में पांच हजार किलोमीटर तक मारक क्षमता वाली अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण करेगा। इसके दायरे में चीन के कई शहर आएंगे। इस परीक्षण से चिंतित चीनी मीडिया का कहना है कि इस मिसाइल के जरिए भारत का इरादा एशियाई क्षेत्र में अपनी ताकत दिखाने का है। स्थानीय मीडिया ने चीन को भारत का 'काल्पनिक दुश्मन' बताते हुए कहा कि नई दिल्ली को अपने इस पड़ोसी देश के बारे में मानसिकता बदलनी चाहिए।
माना जा रहा है कि अग्नि-5 चीन के पास मौजूद अत्याधुनिक मिसाइल डांगफेंग 51-ए से ज्यादा सक्षम होगी। यह अंदरुनी इलाकों में जाकर दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने की क्षमता रखती है।
सरकारी समाचार पत्र पीपुल्स डेली ने 'रिस्क बिहाइंड इंडियाज मिलिट्री बिल्ड अप' शीर्षक वाले आलेख में कहा है कि भारतीय अधिकारी और वैज्ञानिक दावा कर रहे हैं कि यह मिसाइल एक खास देश के लिए घातक साबित हो सकती है। इससे परिलक्षित होता है कि भारत शक्ति का क्षेत्रीय संतुलन स्थापित करना चाहता है। हालांकि मिसाइल के इस दौर में सभी सरकारों के सामने यह सवाल खड़ा है कि कितनी मिसाइल किसी देश की सुरक्षा के लिए पर्याप्त होंगी।
भारत ने पिछले महीने तीन हजार किलोमीटर तक मार करने में सक्षम अग्नि चार का सफल परीक्षण किया था। चीनी रक्षा विश्लेषकों की नजर में कम मारक क्षमता वाली अग्नि एक और अग्नि-दो को पाकिस्तान जबकि अग्नि तीन, चार और पांच की परिकल्पना चीन के मद्देनजर की गई है।
अखबार ने कहा कि भारत को अपने पड़ोसी देशों से बैर रखने के बजाय उनसे सहयोग करना चाहिए और भविष्य में वैश्विक मंच पर एक भूमिका निभाने के लिए अपनी सोच बदलनी चाहिए।
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