अफगान सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बनीं अनीसा
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देश की सुप्रीम कोर्ट में पहली बार किसी महिला को न्यायाधीश के पद पर नामित किया है। उन्होंने अनीसा रसूली को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया है। राष्ट्रपति गनी के इस कदम का कट्टरपंथियों ने विरोध किया है। जुवेनाइल कोर्ट
काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देश की सुप्रीम कोर्ट में पहली बार किसी महिला को न्यायाधीश के पद पर नामित किया है। उन्होंने अनीसा रसूली को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया है। राष्ट्रपति गनी के इस कदम का कट्टरपंथियों ने विरोध किया है।
जुवेनाइल कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश और अफगान जज एसोसिएशन की प्रमुख अनीसा रसूली सुप्रीम कोर्ट की नौ सदस्यीय पीठ में इकलौती महिला हैं। मंगलवार को काबुल में महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और राजनयिकों की एक बैठक को संबोधित करते हुए गनी ने कहा, 'मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि मैंने पहली बार सुप्रीम कोर्ट में एक महिला जज को नामित किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में एक महिला के नामित होने का यह मतलब नहीं है कि हम न्यायिक प्रक्रिया में बदलाव कर रहे हैं।' अफगानिस्तान के संविधान के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश का कार्यकाल दस साल के लिए होता है।
गौरतलब है कि गनी ने इससे पहले अफगानिस्तान के दो प्रांतों घोर और डैकुंडी के लिए महिला गर्वनर की नियुक्ति की थी। उनके इस कदम का महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया था। उन्होंने कहा कि वह सभी मंत्रालयों में महिला उप मंत्रियों की नियुक्ति करना चाहते हैं। हालांकि उनके इस कदम का मुस्लिम कट्टरपंथी पुरजोर विरोध कर रहे हैं। जून की शुरुआत में मौलवियों के एक समूह ने सुप्रीम कोर्ट में महिला न्यायाधीश की संभावित नियुक्ति के खिलाफ प्रदर्शन किया था।