वाशिंगटन का है 16 अफगानियों का हत्यारोपी
अफगानिस्तान में रविवार को 16 ग्रामीणों की हत्या करने का संदिग्ध वाशिंगटन राज्य का रहने वाला सैनिक है। एक अमेरिकी अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस सैनिक को दूरदराज के क्षेत्र में विशेष अभियान स्थलों पर काम करने के लिए तैनात किया गया था।
वाशिंगटन। अफगानिस्तान में रविवार को 16 ग्रामीणों की हत्या करने का संदिग्ध वाशिंगटन राज्य का रहने वाला सैनिक है। एक अमेरिकी अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस सैनिक को दूरदराज के क्षेत्र में विशेष अभियान स्थलों पर काम करने के लिए तैनात किया गया था।
वह रविवार को दक्षिणी अफगानिस्तान स्थित अपने शिविर से निकला और दो गांवों में सो रहे परिवारों पर अधाधुंध गोलिया चला दीं, जिसमें 16 नागरिकों की मौत हो गई। अमेरिकी राष्ट्रपति ने फोन पर हामिद करजई से मारे गए नागरिकों के प्रति शोक जताया है।
अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि यह व्यक्ति वाशिंगटन राज्य के लेविस-मैक्कार्ड संयुक्त शिविर का सैनिक है। उसे अफगानिस्तान में एक ग्रामीण स्थिरता अभियान के लिए सक्रिय ग्रीन बेरेट्स या नेवी सील्स की एक विशेष अभियान यूनिट के लिए काम करने भेजा गया था। नाटो अफगानिस्तान में बदलाव के लिए इस तरह के अभियान चला रहा है। इस मामले में जाच अभी जारी है।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान के दक्षिणी प्रांत कंधार में रविवार तड़के एक अमेरिकी सैनिक पंजवाई जिले के नजीबन और अलकोजी गांव में घरों में घुसकर 16 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
राष्ट्रपति हामिद करजई ने इसे अक्षम्य अपराध करार देते हुए अमेरिकी सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हादसे को दुखद बताया है। नाटो सैन्य कमांडर जॉन एलन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
कंधार के गवर्नर के प्रवक्ता अहमद जावेद फैसल के अनुसार, रविवार तड़के करीब तीन बजे एक अमेरिकी सैनिक नाटो के सैन्य ठिकाने से बाहर निकला और निकटवर्ती गांवों नजीबन व अलकोजी में गहरी नींद में सो रहे लोगों पर उनके घरों में घुसकर अंधाधुंध गोलियां चलाने लगा। इस घटना में नौ बच्चों और तीन महिलाओं सहित 16 लोगों की मौत हो गई।
नजीबन गांव के हाजी समद के मुताबिक, फायरिंग में उसके परिवार के 11 लोगों की मौत हो गई है। जबकि अलकोजी गांव के हाजी सैयद जान ने बताया कि अमेरिकी सैनिक के हमले में उसके परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई है। नाटो के सहायक कमांडर एड्रियन ब्राडशा के अनुसार, घटना को अंजाम देने के बाद जब उक्त सैनिक अपने ठिकाने पर लौटा तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है।
और खराब होंगे रिश्ते..
-इस अप्रत्याशित घटना से अमेरिका और अफगानिस्तान के रिश्तों में खटास और बढ़ सकती है। राष्ट्रपति हामिद करजई ने घटना पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि यह नरसंहार है। अमेरिकी सैनिक जानबूझ कर हमारे निर्दोष नागरिकों की हत्या कर रहे हैं। इस घटना को अंजाम देने वाले को हम माफ नहीं कर सकते।
इस घटना के मद्देनजर पूरा अफगानिस्तान, अमेरिकी सरकार से स्पष्टीकरण मांगता है। काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने आंशका जताई है कि इस घटना के बाद अफगानिस्तान में अमेरिका के विरोध का सिलसिला और तेज हो सकता है। ध्यान रहे कि पिछले दिनों नाटो के एक सैन्य ठिकाने में पवित्र कुरान जलाने की घटना को लेकर पूरा अफगानिस्तान जल उठा था।
अब इस नई घटना से अफगानिस्तान में एक बार फिर अमेरिका विरोधी मुहिम तेज होने के आसार पैदा हो गए हैं। दोनों देशों के बीच तनातनी का बढ़ना तय है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर