UP News: किराया एसी फर्स्ट का, सफर इकोनोमी में! अफसरों की लापरवाही से यात्री परेशान, रेलमंत्री तक पहुंचा मामला
UP News रेलवे अफसरों की लापरवाही का खामियाजा अब भी हजारों रेल यात्री रोजाना भुगत रहे हैं। एसी फर्स्ट से अधिक किराया देकर एसी थर्ड में प्रीमियम तत्काल का रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों को भी एसी थर्ड इकोनोमी में ट्रांसफर किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ : महंगा किराया देकर भी यात्रियों का सफर सुहाना नहीं बन पा रहा है। रेलवे अफसरों की लापरवाही का खामियाजा अब भी हजारों रेल यात्री रोजाना भुगत रहे हैं। एसी फर्स्ट से अधिक किराया देकर एसी थर्ड में प्रीमियम तत्काल का रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों को भी एसी थर्ड इकोनोमी में ट्रांसफर किया जा रहा है। महंगा किराया देकर भी यात्री परेशान हो रहे हैं।
दरअसल, रेलवे बोर्ड के अफसरों ने पिछले साल नवंबर माह में एसी थर्ड इकोनोमी को समाप्त कर उसे एसी थर्ड में बदलने का आदेश दिया था। रेलवे ने 120 दिन पहले लागू होने वाले एडवांस रिजर्वेशन पीरिएड (एआरपी) से यह व्यवस्था लागू कर दी थी। इस साल मार्च से एसी थर्ड इकोनोमी का रिजर्वेशन ही बंद हो गया था।
मामला रेल मंत्री तक पहुंचा तो उनकी नाराजगी के बाद आनन फानन में दोबारा एसी थर्ड इकोनोमी को बहाल किया गया। हालांकि जिन यात्रियों ने एसी थर्ड में रिजर्वेशन कराया था, उनको अब एसी थर्ड इकोनोमी में ट्रांसफर किया जा रहा है। रेलवे अफसरों की यह गलती तत्काल का रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों पर भी भारी पड़ रही है।
यात्री आकाश राजपूत ने लखनऊ मेल से मुरादाबाद से लखनऊ तक का एसी थर्ड का रिजर्वेशन 2104 रुपये में प्रीमियम तत्काल का रिजर्वेशन कराया था। रेलवे ने आरक्षण चार्ट बनाते समय उनको एसी थर्ड इकोनोमी में डाउनग्रेड कर दिया। एसी थर्ड इकोनोमी में जगह कम रहती है। ऐसे में यात्रियों को एसी थर्ड की अपेक्षा एसी थर्ड इकोनोमी में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
तत्काल के लिए लंबी लाइन, अब भी अस्थायी व्यवस्था
मुंबई और दक्षिण भारत की ट्रेनों की एसी के रिजर्वेशन के लिए चारबाग मुख्य आरक्षण केंद्र में लाइन लगाए लोगों को उस समय मायूसी हाथ लगी, जब पहला नंबर होने के बावजूद उनको कंफर्म टिकट नहीं मिल सके। चारबाग मुख्य आरक्षण केंद्र में तैनात रिजर्वेशन क्लर्क दूसरे दिन अस्थायी व्यवस्था में काम करते रहे। यहां रेलवे के सिग्नल की लाइन में गड़बड़ी आने से रविवार को आरक्षण बंद हो गया था। चारों काउंटरों को अस्थायी रूप से दूसरी जगह शिफ्ट किया गया था। सिग्नल अनुभाग के कर्मचारी सोमवार को दूसरे दिन भी तत्काल आरक्षण के समय तक लाइन को दुरुस्त करने नहीं पहुंचे।