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UKSSSC Paper Leak : उत्‍तरकाशी से एक अध्यापक गिरफ्तार, पूछताछ में मिली सरगना से जुड़ी बड़ी जानकारी

UKSSSC Paper Leak उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में तार उत्तर प्रदेश से जुड़ गए हैं। पूछताछ में उत्तर प्रदेश के रहने वाले कुछ आरोपितों के नाम सामने आए हैं जिसके चलते एसटीएफ ने टीमें यूपी रवाना कर दी हैं।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Sat, 13 Aug 2022 02:33 PM (IST)Updated: Sat, 13 Aug 2022 02:33 PM (IST)
UKSSSC Paper Leak : उत्‍तरकाशी से एक अध्यापक गिरफ्तार, पूछताछ में मिली सरगना से जुड़ी बड़ी जानकारी
UKSSSC Paper Leak : उत्‍तरकाशी से एक अध्यापक गिरफ्तार। फाइल

जागरण संवाददाता, देहरादून: UKSSSC Paper Leak : पेपर लीक मामले में एसटीएफ की ओर से गिरफ्तार किए गए राजकीय इंटर कालेज नैटवाड़ मोरी उत्तरकाशी के व्यायाम शिक्षक तनुज शर्मा की ओर से पहले भी कई भर्तियों में नकल करवाने की बात सामने आई है।

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शिक्षक रहते हुए उसने बच्चों को तो क्या शिक्षित करना था, वह सरकारी नौकरियों का सौदागर ही बन गया। आरोपित तनुज शर्मा से की गई पूछताछ व विवेचना के दौरान मिले अहम सबूतों के आधार पर देर रात एसटीएफ ने तनुज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में सामने आया कि आरोपित ने करीब 20 अभ्यर्थियों को अपने घर में परीक्षा से पहले रात को प्रश्न पत्र और उसके उत्तर याद कराए। साथ ही कुछ छात्रों को देहरादून से अन्य स्थानों पर ले जाकर भी पेपर लीक किया।

एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि एसटीएफ को ऐसे दर्जनों अन्य परीक्षार्थियों के बारे में पुख्ता जानकारी मिली है, जो पेपर लीक होने से पास हुए हैं और इस कड़ी से जुड़े हुए थे। अध्यापक तनुज शर्मा की पूछताछ में परीक्षा लीक मामले का मुख्य सरगना और कुछ अन्य के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है, जिनके संबंध में बारीकी से जांच की जा रही है।

उत्तरकाशी पहुंची आंच, जल्द होगी अन्य गिरफ्तारियां

पेपर लीक मामले की आंच अब उत्तरकाशी जनपद में पहुंच गई है। यहां राजनीतिक दल से जुड़े कुछ छुटभैय्या नेता और ग्राम प्रधान व जिला पंचायत सदस्य जल्द एसटीएफ की गिरफ्त में हो सकते हैं।

नकल करने वाले खुद आएं सामने नहीं होगी गिरफ्तारी

एसएसपी अजय सिंह ने अनुचित साधनों से परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को आगाह किया है कि वह खुद ही सामने आकर बयान दर्ज कराएं। खुद आकर बयान दर्ज न कराने पर यदि विवेचना में किसी का भी नाम आता है तो उनकी भी गिरफ्तारी हो सकती है।

जांच में आयोग के चेयरमैन एस राजू ने किया पूरा सहयोग

एसएसपी ने कहा कि इस प्रकरण में आयोग के चेयरमैन रहते हुए एस राजू की ओर से औपचारिक और अनौपचारिक वार्ता में जांच को सही दिशा दी। साथ ही आयोग की ओर से अपने स्तर से भी काफी संदिग्ध छात्रों की जानकारी भी साझा की थी।


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