मेयो अस्पताल के प्रबंधक सहित तीन पर मुकदमा
बाराबंकी : मेयो अस्पताल के प्रबंधक एक डाक्टर सहित अन्य स्टाफ पर पुलिस ने उपचार में लापरवाही का मुकदमा लिखा है। आक्सीजन लेबल 30 तक आने के बावजूद आक्सीजन दूसरे को लगा दी गई, आखिरकार मरीज की मौत हो गई। पुलिस ने यह मुकदमा अदालत के आदेश पर और घटना के करीब सवा साल बाद मुकदमा दर्ज किया है।
लखनऊ के विकास नगर थाना के सेक्टर आठ में रहने वाली रितु वर्मा की तहरीर पर कोतवाली नगर में मुकदमा लिखा गया है। रितु वर्मा का आरोप है कि उनके पिता राम प्रसाद 12 अप्रैल 2021 को कोविड पाजिटिव हो गए थे। सीएमओ लखनऊ के आवंटन पर पिता को मेयो अस्पताल गदिया शाखा में 16 अप्रैल को भर्ती कराया गया। अस्पताल के स्टाफ को यह भी बताया गया कि पिता को मधुमेह और हाइपरटेंशन है। अस्पताल में उनके उपचार में लापरवाही बरती गई। पिता के पास मोबाइल फोन था। वाटसएप के जरिए वह बताते थे कि अस्पताल में ध्यान नहीं रखा जा रहा है। आरोप यह भी है कि आक्सीजन लेवल 30 तक पहुंच गया, इसके बावजूद उनका आक्सीजन निकालकर दूसरे को लगा दिया गया। 23 अप्रैल 2021 की रात उन्हें बताया गया कि पिता की तबीयत खराब है। आखिरकार 24 अप्रैल को उनकी मृत्यु हो गई। दो एटीएम, 10 हजार नकद और दो स्टीमर आदि भी निकाल लिया गया। मामले की शिकायत की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार अदालत में गुहार लगानी पड़ी। अदालत के आदेश पर आखिरकार पुलिस ने प्रबंधक समेत तीन पर मुकदमा लिखा है, लेकिन कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी है।