लुधियाना में सत्ताधारियों की नजर अब निकाय चुनाव पर, क्रेडिट वार शुरू
पंजाब की सत्ता में परिवर्तन के बाद अब सत्ताधारियों की नजर नगर निगम लुधियाना के जनरल हाउस पर टिक चुकी है। हालांकि जनरल हाउस का कार्यकाल 26 मार्च तक है लेकिन सत्ताधारी नेताओं ने हाउस में अपनी पैठ बनानी शुरू कर दी है। हालात ये हैं कि विकास कार्यों के शिलान्यास व उद्घाटन को लेकर पार्षद और विधायकों में खींचतान शुरू हो चुकी है।
जागरण संवाददाता. लुधियाना : पंजाब की सत्ता में परिवर्तन के बाद अब सत्ताधारियों की नजर नगर निगम लुधियाना के जनरल हाउस पर टिक चुकी है। हालांकि जनरल हाउस का कार्यकाल 26 मार्च तक है, लेकिन सत्ताधारी नेताओं ने हाउस में अपनी पैठ बनानी शुरू कर दी है। हालात ये हैं कि विकास कार्यों के शिलान्यास व उद्घाटन को लेकर पार्षद और विधायकों में खींचतान शुरू हो चुकी है। कई बार तो विवाद बढ़ चुका है। यह सारा खेल क्रेडिट लेने के चक्कर में किया जा रहा है। इसका परिणाम ये है कि कई वार्ड में विकास कार्यो की रफ्तार या तो धीमी हो चुकी है या फिर थम ही गई है। यह बात भी साफ है कि जैस-जैसे निकाय चुनाव का समय नजदीक आएगा, पार्षदों व विधायकों के बीच यह क्रेडिट वार बढ़ती ही जाएगी।
विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पंजाब में बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाई है। बात लुधियाना की बात करें तो शहरी एरिया में सात विधानसभा सीट आती हैं। इसमें हलका पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी, सेंट्रल, आत्म नगर और साहनेवाल शामिल हैं। इन सभी सीटों पर आम आदमी पार्टी को ही जीत मिली थी। अब अगले वर्ष तक पंजाब के सबसे बड़े महानगर लुधियाना के निगम चुनाव की तैयारी चल रही है और सत्ता पक्ष किसी तरह निगम हाउस पर अपना कब्जा जमाना चाहता है।
ठेकेदारों में भी डर का माहौल
महानगर में विकास कार्य कर रहे ठेकेदारों में भी डर का माहौल का बना हुआ है। अगर पार्षद की बात मानते हैं तो विधायक के गुस्से का शिकार होना पड़ेगा। आने वाले समय में अगर निगम चुनाव के दौरान सत्ताधारियों का कब्जा हो जाता है तो उन्हें काम करने में दिक्कत होगी। वहीं काम पूरा होने के बाद पेमेंट रुकने का डर भी होगा। इसलिए वह भी पेमेंट का बहाना बनाकर किसी तरह काम को लटका रहे हैं।
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मेरे वार्ड का काम रोका
मेरे वार्ड के माडल हाउस में चार रोड पर प्रीमिक्स डालने का काम शुरू होने वाला था, लेकिन विधायक ने मौके पर पहुंच इस काम को रुकवा दिया है। उस समय से ही यह काम ठप पड़ा है। अब इन रोड पर टाइल्स लगाने की बात कही जा रही है, लेकिन इसकी कोई तैयारी नहीं है। सिर्फ क्रेडिट लेने के चक्कर में सब खेल खेला जा रहा है। इसी तरह करतार कालोनी में तिकोना पार्क के पास सड़क बनाने का काम बीच में लटक रहा है। यह सभी कार्य पार्षद कोटे से पास हुए है। अब विधायक इस पर कैसे अपना हक जता सकते है।
हरभजन डंग, पार्षद, वार्ड 46
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सड़क का उद्घाटन विधायक ने कर दिया
मेरे वार्ड के भगवान नगर की गली नंबर 15 का निर्माण मेरी तरफ से करवाया गया है। सड़क बनाने के लिए सारा पैसा पार्षद कोटे से खर्च किया गया है, लेकिन विधायक ने चुपके से इसका उद्घाटन कर दिया। वहां पर एलान भी किया कि 1.75 करोड़ रुपये के विकास कार्य यहां पर होंगे। मेरा एक ही सवाल है कि निगम की तरफ से सिर्फ पार्षद कोटे के काम करवाए जा रहे है। विधायक कोटे के लिए पैसा निगम या सरकार ने जारी नहीं किया है। ऐसे में कोई कैसे घोषणा कर सकता है कि 1.75 करोड़ के कार्य होंगे।
स्वर्णदीप चहल, पार्षद, वार्ड 50
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विकास कार्य हो चुके हैं ठप
नई सरकार के सत्ता में आने के बाद शहर में विकास कार्य ठप होकर रह गए है। किसी नए काम का वर्क एस्टीमेट नहीं बना है, कोई वर्क आर्डर जारी नहीं हो पाया है। मेरे खुद के वार्ड में कई काम बीच में लटक रहे है। इस समय क्रेडिट लेने की जंग जरूर शुरू हो चुकी है, जोकि सरासर गलत बात है। एक पार्षद कड़ी मेहनत के बाद विकास कार्य की फाइल पास करवाता है। अब उसके काम पर कोई और हक जमाएं, ठीक नहीं है। सभी को मिलजुल कर काम करना चाहिए।
जसपाल गयासपुरा, पार्षद, वार्ड 30
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लोगों की सुविधा दे रहे है, क्रेडिट नहीं
पार्षदों ने विकास कार्य की सिर्फ फाइलें तैयार कर ढेर लगा रखे है। लोग अब विकास चाह रहे हैं। एक विधायक का फर्ज है कि वह लोगों को सुविधाएं दें। इसलिए हम उनकी फाइल को पास करवा लोगों को सुविधाएं दे रहे है। पार्षद साजिश के तहत हमारी पार्टी को बदनाम कर रहे हैं कि सत्ताधारी काम नहीं होने दे रहे है। हम लोगों की सेवा के लिए आए हैं।
- कुलवंत सिद्धू, विधायक, हलका आत्म नगर