Maharashtra: सौतेले बेटे को पीट-पीटकर मां ने सुलाया मौत की नींद, खुद के बेटे ने पुलिस के सामने उगल दी सच्चाई
घर में अपने सगे बेटे के सामने सौतेले बेटे की खूब पिटाई कर थी मां कई बार उसका गला दबाने की भी कोशिश की। साढ़े तीन के मासूम को उसकी मां ने इतने बुरे तरीके से पीटा कि उसका बचना मुमकिन न हो पाया।
मुंबई, मिडे डे। महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे जिले (Thane) से इंसानियत और ममता को शर्मशार कर देने वाली एक घटना सामने आई है, जो इस वक्त लोगों की जुबां पर है। ठाणे की डोम्बिवली पुलिस (Dombivli Police) ने जानकारी दी है कि एक मां ने अपने सौतेले बेटे को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था और जब उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, तो उसकी हालत तब तक इतनी बिगड़ चुकी थी कि बचना मुमकिन नहीं हो पाया। पुलिस ने बताया कि बच्चे की उम्र महज साढ़े तीन साल है और आरोपी महिला का नाम अमितादेवी जायसवाल (28) है।
Maharashtra: मां ने बेरहमी से की सौतेले बेटे की पिटाई, दर्द में मासूम ने तोड़ा दम
पुलिस ने आरोपी मां को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस नृशंस घटना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए अमिता देवी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि घटना का खुलासा होने के बाद अमितादेवी से सच उगलवाने में पुलिस को परेशानी हो रही थी क्योंकि वह कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं था, वह मृत बच्चे का सौतेले भाई यानि कि महिला के सगे बेटे ने सारी सच्चाई बता दी।
अस्पताल ले जाने के रास्ते मासूम ने तोड़ दम
मालूम हो कि बुधवार को शाम के करीब चार बजे डोम्बिवली वेस्ट में स्थित शास्त्री नगर हॉस्पिटल से तिलक नगर पुलिस को सूचना दी गई थी कि एक बच्चे को घायल अवस्था में यहां लाया गया है।
बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए उसे कलवा में ठाणे नगर निगम के छत्रपति शिवाजी महाराज हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। लेकिन यहां शाम के साढ़े चार बजे तक पहुंचते-पहुंचते बच्चे ने अपना दम तोड़ दिया।
इसके बाद तिलक नगर पुलिस स्टेशन से वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुरेश सारदे ने एपीआई पांडुरंग पिठे, वैभव चुंबाले के नेतृत्व में एक टीम को मौके के लिए रवाना किया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
शास्त्री नगर अस्पताल में पुलिस के पहुंचते ही डाक्टर ने उन्हें बताया कि एक बच्चे को यहां लाया गया था, जिसके शरीर पर चोट के कई निशान थे। इसके बाद पुलिस अधिक जानकारी जुटाने के लिए कलवा हॉस्पिटल पहुंची और दुर्घटना से हुई मौत की एक रिपोर्ट दर्ज की।
बच्चे के पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) में खुलासा हुआ कि पेट पर अधिक चोट लगने की वजह से बच्चे का खून काफी बह चुका था और साथ ही शरीर में चोट के कई निशान थे। वह काफी डरा हुआ था।
बच्चे की पहचान कार्तिक जायसवाल के रूप में की गई। वह अपने पिता संजय जायसवाल, 9 साल के भाई और सौतेली मां अमितादेवी के साथ डोम्बिवली वेस्ट के गोगरास्वादी (Gograswadi) में रहता था।
खुद के बेटे ने बताई मां की करतूत
इसके बाद घरवालों से पूछताछ की गई तो कार्तिक के सौतेले भाई ने पुलिस को बताया कि उसकी मां कार्तिक को बहुत पीटती थी, उसने कई बार कार्तिक का गला दबाने की भी कोशिश की। पुलिस ने जब अमितादेवी से सख्ती बरती तो उसने अपना गुनाह करते हुए बताया कि कार्तिक उसे फूटी आंख नहीं सुहाता था और वह उससे छुटकारा पाना चाहती थी।
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