तराई के डोली रेंज में ट्रैप कैमरे में कैद हुए एक साथ दो लेपर्ड, इस रेंज में पहली बार एक साथ देखे गए दो तेंदुए
कोरोना काल मैं जंगली जानवरों की देखरेख के लिए डोली रेंज में लगाए गए ट्रैप कमरों में भी इस बात की पुष्टि हुई है। वन विभाग द्वारा लगाए गए एक ट्रैप कैमरे में दो लेपर्ड की फोटो एक साथ आई है।
जागरण संवाददाता, लालकुआं : तराई पूर्वी वन प्रभाग के जंगल लेपर्ड का पसंदीदा जंगल बनने लगा है, जिस कारण पिछले कुछ वर्षों से यहां के जंगलों में लेपर्ड की संख्या बढ़ने लगी है। इधर, कोरोना काल मैं जंगली जानवरों की देखरेख के लिए डोली रेंज में लगाए गए ट्रैप कमरों में भी इस बात की पुष्टि हुई है। वन विभाग द्वारा लगाए गए एक ट्रैप कैमरे में दो लेपर्ड की फोटो एक साथ आई है।
कोरोना संक्रमण के बाद जानवरो में भी संक्रमण फैलने की खबरे आने लगी। जिसके बाद वन विभाग भी अलर्ट मोड़ पर आ गया। तत्कालीन वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते ने तराई पूर्वी वन प्रभाग के जंगलों में जानवरों के व्यवहार व उनकी देखरेख के लिए ट्रैप कैमरे लगवाए थे। ताकि जंगली जानवरों के व्यवहार व उनकी देख रेख हो सके। वन विभाग द्वारा समय समय पर ट्रैप कैमरों को देखा जाता था।
पिछले दिनों डोली रेंज के जंगल में लगे एक कैमरे में दो लेपर्ड का फोटो क़ैद हुए हैं। जबकि अन्य ट्रेप कैमरों में हाथी, टाइगर, लेपर्ड , जंगली भालू, बिज्जू, हिरन, जंगली सुवर, स्पॉटेट डियर, मोर, सांभर आदि वन्य जीवों की काफी फ़ोटो शूट हुई है। जिससे वन विभाग काफी उत्साहित है। डॉली रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि जंगली जानवरों की देखरेख के लिए कोरोना काल के दौरान काफी संख्या में ट्रेप कैमरे लगाए गए थे। बताया कि ट्रैप कैमरे में एक साथ विचरण करते दो लेपर्ड की ऐसी फोटो इस रेंज में नहीं शूट हुई है।
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