ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की टीम ने पकड़ी लकड़ी से भरी ओवरलोड ट्रालियां
ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की टीम ने मंगलवार को कलानौर बार्डर पर पापुलर की लकड़ी से भरी ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियां पकड़ी। इनमें लकड़ी को 10 फीट की ऊंचाई तक भरा हुआ था। दर्जनभर ट्रालियों को पकड़ कर आरटीए को सौंप दिया गया। इस कार्रवाई का लक्कड़ आढ़तियों ने विरोध किया और आरटीए सचिव भारत भूषण कौशिक से मिलने पहुंचे।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की टीम ने मंगलवार को कलानौर बार्डर पर पापुलर की लकड़ी से भरी ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियां पकड़ी। इनमें लकड़ी को 10 फीट की ऊंचाई तक भरा हुआ था। दर्जनभर ट्रालियों को पकड़ कर आरटीए को सौंप दिया गया। इस कार्रवाई का लक्कड़ आढ़तियों ने विरोध किया और आरटीए सचिव भारत भूषण कौशिक से मिलने पहुंचे।
प्रशासन ने तय कर रखी है ऊंचाई
जिला में जगाधरी के मानकपुर व यमुनानगर के मंडोली में लक्कड़ मंडी है। दोनों मंडियों में रोजाना पोपुलर व सफेदा की लकड़ी की एक हजार से ज्यादा ट्रालियां आती हैं। लकड़ी से भरी ट्रालियों की वजह से कई बार हुए हादसों में लोगों की जान जा चुकी है। इसलिए प्रशासन ने ट्रालियों में लकड़ी की ऊंचाई तय कर रखी है। ट्राली के तल से लेकर लकड़ी की ऊंचाई पांच-छह फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। परंतु मंडी में शायद ही कोई ऐसी ट्राली आती हो जिसमें लकड़ी की ऊंचाई 10 फीट से कम हो। अधिक ऊंचाई के कारण इनके पलटने का डर रहता है और ट्रैक्टर भी आगे से उठ जाता है। जिससे हादसा होने की संभावना ज्यादा रहती है। आरटीए सचिव की तरफ से कई बार इस बारे में आढ़तियों को बोला भी गया परंतु इसे हर बार अनदेखा कर दिया गया।
क्रेन की मदद से निकालनी पड़ी ट्रालियां
कमिश्नर की टीम द्वारा पकड़ी गई ट्रैक्टर-ट्रालियों को आरटीए कार्यालय के सामने मिल्ट्री ग्राउंड में खड़ा किया गया। इस दौरान एक ट्राली नाले में धंस गई। इसे बाहर निकालने के लिए एक ट्रैक्टर व दो हाइड्रो क्रेन को लगाया गया। इसमें इतनी लकड़ी थी कि दोनों क्रेन का पिछला हिस्सा ही इसे निकालते हुए पीछे से ऊपर उठ गया। घंटों मशक्कत के बाद ट्राली को ग्राउंड में खड़ा किया गया। इसके अलावा एक ट्रक को भी पकड़ा गया जिसमें क्षमता से अधिक लकड़ी भरी हुई थी।
आढ़तियों ने कार्रवाई का किया विरोध
लक्कड़ मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान शुभम राणा, निदेशक संदीप राणा, विक्की, रामबीर चौहान व अन्य आढ़ती आरटीए सचिव से मिलने पहुंचे। जिन्होंने कहा कि लकड़ी की ट्रालियों ाके गलत तरीके से पकड़ा गया है। पहले ही डीजल के रेट इतने बढ़ गए हैं। जिससे उनका ट्रांसपोर्ट का खर्च बढ़ गया है। यदि कई किलोमीटर दूर से वह कम लकड़ी लाएंगे तो उनका खर्च ओर भी ज्यादा बढ़ जाएगा। विभाग को ऐसी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। ऐसा करके आढ़तियों व लकड़ी लेकर आने वाले किसानों को परेशान किया जा रहा है। एक तो पहले ही मंदी के कारण काम नहीं है। यदि इसी तरह उनकी ट्रालियां पकड़ी गई तो वह बर्बाद हो जाएंगे।
मुख्यालय से आई टीम ने पकड़ी थी ट्रालियां : बीबी कौशिक
आरटीए सचिव भारत भूषण कौशिक ने बताया कि लकड़ी से भरी ओवरलोड ट्रालियां मुख्यालय से आई टीम ने पकड़ी हैं। इन ट्रालियों में लकड़ी की ऊंचाई ज्यादा है। पहले भी आढ़तियों को निर्देश दिए गए हैं कि ट्राली में लकड़ी की अधिक ऊंचाई नहीं होनी चाहिए। आढ़तियों की समस्या से मुख्यालय में अवगत कराया जाएगा।