भागलपुर के निजी अस्पताल का सच : मरीज को आठ घंटे तक रखा ICU में, ... और थमा दिए का 40 हजार रुपये का बिल
भागलपुर के जीरोमाइल स्थित एक निजी अस्पताल का एक बड़ा कारनामा देखने को मिला। खून-पेशाब जांच और आठ घंटे तक आइसीयू में रखने का 40 हजार बिल स्वजनों को थमा दिया। इसके विरोध में अस्पताल में काफी हंगामा हुआ।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर के एक निजी अस्पताल में एक मरीजों से काफी रुपये ठगने का मामला सामने आया है। हालांकि इसके विरोध में काफी हंगामा हुआ। मरीज को निजी अस्पताल में चिकित्सक ने आठ घंटे तक आइसीयू में रखा। इसके बाद उसे 40 हजार रुपये का बिल दे दिया गया।
आठ घंटे में 40 हजार का बिल, स्वजनों का बढ़ा बीपी
जीरोमाइल स्थित एक निजी अस्पताल का एक बड़ा कारनामा मंगलवार को देखने को मिला। खून-पेशाब जांच और आठ घंटे तक आइसीयू में रखने का 40 हजार बिल स्वजनों को थमा दिया। बिल देखते हुए स्वजनों का पारा चढ़ गया। सभी माथा पकड़कर अस्पताल में बैठ गए। 40 हजार के बिल के बाद भी मरीज की सेहत में किसी तरह का सुधार नहीं हुआ तो स्वजनों ने अस्पताल प्रबंधन से बात की। इसके बाद भी प्रबंधन की ओर से किसी तरह का सहायता नहीं मिला। स्वजन बिल जमा करने के बाद मरीज को लेकर दूसरे अस्पताल चले गए। दरअसल, खरीक थाना क्षेत्र के तुलसीपुर जमुनियां निवासी अरुणा देवी को हर्ट से संबंधित परेशानी थी। सोमवार की देर रात स्वजन मरीज को लेकर जीरो माइल के निजी नर्सिंग होम लेकर पहुंचे। स्वजनों ने बताया कि एक रात का आइसीयू चार्ज महज पांच से आठ सौ रुपये है।
मरीज की मौत के बाद निजी क्लीनिक में हंगामा
जीरोमाइल स्थित एक निजी अस्पताल में मंगलवार को मरीज की मौत के बाद स्वजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। तिलकामांझी स्थित सच्चिदानंदनगर निवासी मृतक मरीज के स्वजनों ने बताया कि पहले अस्पताल की ओर से मरीज की हालत स्थिर बताया गया था। इस बीच मंगलवार को डॉक्टर ने अचानक मरीज को मृत घोषित कर दिया। मरीज से किसी को मिलने तक नहीं दिया गया। वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अचानक मरीज को हार्ट अटैक आया और मौत हो गई। इधर, हंगामा की सूचना पर औद्योगिक थाना क्षेत्र की पुलिस भी पहुंची। दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। मृतक के शव को स्वजनों को सुपुर्द कराया।