प्रेम और सौहार्द पूर्ण वातावरण में मनाया गया मकर संक्रांति का त्यौहार
नवादा नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रेम और सौहार्द पूर्ण वातावरण में मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया गया। लोग सुबह में ही स्नान कर भगवान सूर्य एवं भगवान शनिदेव की पूजा अर्चना कर तिल से बना सामग्री एवं अन्य सामान भोग लगाया।
नवादा : नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रेम और सौहार्द पूर्ण वातावरण में मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया गया। लोग सुबह में ही स्नान कर भगवान सूर्य एवं भगवान शनिदेव की पूजा अर्चना कर तिल से बना सामग्री एवं अन्य सामान भोग लगाया। भोग लगाने के बाद ही घर का परिवार एवं अन्य सगे संबंधी के साथ भोजन ग्रहण किया। ----------- रोह प्रखंड के शहरी व ग्रामीण इलाकों में लोगों ने चूड़ा-दही का पर्व मकर संक्रांति श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया। इस मौके पर लोगों ने दही चूड़ा व तिल का बना तिलकुट, मस्का के अलावा आलू दम का भी मजा लिया। कई स्थानों पर परिवार संग पिकनिक के रूप में लोगों ने मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया। वही बच्चों ने इस मौके पर जमकर पतंगबाजी का आनंद लिया। इसके पूर्व धर्मावलंबी महिलाओं ने सुबह स्नान के उपरांत पूजा-पाठ किया तथा ब्राह्मण को दान भी दी। वहीं महर्षि मेंही ध्यान योग आश्रम धनावां में संचालक स्वामी शांतानंद जी महाराज के निर्देशन में भी विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला-पुरुष उपस्थित हुए।
----------- अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के फतेहपुर, माखर, पंचनामा, नेमदार गंज ,अकबरपुर आदि सभी क्षेत्रों में मकर संक्रांति का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने स्नान ध्यान कर दही-चूड़ा, तिलकूट, लाई एवं विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों का जमकर लुत्फ उठाया। चारों ओर तिलकुट की खुशबू, तिल का बना मिष्ठान उड़द दाल की खिचड़ी, दही चूड़ा इस त्योहार का मजा दोगुणा कर देता है। कहीं कहीं बच्चों के द्वारा पतंग बाजी करते भी देखा गया। नारदीगंज प्रखंड के विभिन्न गांवों में मकर संक्राति का पर्व परम्परागत तरीके से मनाया गया। पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया। कड़ाके की ठंड को परवाह किये बिना ही लोगों ने पवित्रता के साथ स्नान किया। उसके बाद भगवान भास्कर को अर्ध्यदान कर पूजा अर्चना की और परिवार की सुख,समृद्धि व आरोग्यता की कामना की। उसके उपरांत चुड़ा,दही,तिलकूट, दूध,मस्का,आलूदम समेत अन्य व्यंजन भगवान को अर्पण कर खुद रसास्वादन किया। इस दौरान खाने खिलाने का दौर भी जारी रहा। खासकर बच्चे ने जमकर चुडा,दही,तिलकूट आलूदम का मजा लिया। इस अवसर पर बच्चों ने जमकर पतंगबाजी किया। श्रद्धालुओं ने ब्राह्मण को तिल,खिचड़ी का दान कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर समाजसेवी प्रमोद कुमार ने हंडिया गांव में व समाजसेवी दिनेश कुमार ने कहुआरा गांव में भोज का आयोजन किया,और ग्रामीणों को चुडा,दही तिलकूट खिलाया। कहा यह ऐसा पर्व है,जिसमें समाजिक समरस्ता की झलक मिलती है। ------- मकर सक्रांति पर लोगों ने की बाबा मछंदरनाथ की पूजा अर्चना संसू, कौआकोल : कौआकोल में मकर संक्रांति का पर्व गुरुवार को आस्था और विश्वास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर लोगों ने पवित्रता पूर्वक स्नान कर विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर ब्राह्मण को तील से बने तिलकुट और चुड़ा का दान किया। वहीं इस अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के श्रद्धालुओं ने कौआकोल के प्रसिद्ध मछंदरा जलप्रपात स्थित बाबा मछंदरनाथ की भी पूजा अर्चना किया। तथा बाबा मछंदरनाथ पर जलाभिषेक कर खुशहाल जीवन को ले मंगल कामना किया। नक्सल प्रभावित इलाके में मछंदरा जलप्रपात का होने के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह में किसी प्रकार की कमी नहीं देखी गई। सुबह से ही श्रद्धालु बाबा मछंदरनाथ की पूजा अर्चना के लिए कतारबद्ध होने लगे थे। तथा अपनी बारी की इंतजार कर रहे थे। आस्था व लोक किवदंतियों के अनुसार मकर सक्रांति के दिन मछंदरा जलप्रपात की कुंड में स्नान करने तथा बाबा मछंदरनाथ की अराधना करने से चर्म रोग से मुक्ति मिल जाती है। बताया जाता है कि मछंदरा जलप्रपात पर विसुआ के दिन भी 14 अप्रैल को मेले का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर लोगों ने पूजा अर्चना करने के बाद पिकनिक व जंगल भ्रमण करने का भी लुत़्फ उठाया। वहीं कौआकोल जमुई, खैरा की सीमा पर अवस्थित भगवान महावीर का जन्म स्थान पर भी मकर सक्रांति को लेकर मेले का आयोजन किया गया। श्रद्धालुजन वहां पहुंच कर क्षत्रिय कुंड ग्राम का अवलोकन कर मंगल कामनाओं के साथ भगवान महावीर की अराधना की। मेले को लेकर प्रशासन द्बारा श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर बेहतर सुरक्षा प्रबंध किये गए थे। ताकि श्रद्धालुजन अच्छे ढंग से पूजा अर्चना के साथ मेले का आनंद ले सकें।